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31 जुलाई 2008

मॉनसून की वापसी से खिले किसानों के चेहरे

अहमदाबाद : गुजरात के किसानों पर आखिरकार मॉनसून मेहरबान हो गया। राज्य में पिछले 3 दिनों से अच्छी बारिश हो रही है, जिससे मूंगफली और कपास की खेती करने वाले किसानों के चेहरे खिल गए हैं। कृषि विश्लेषकों के मुताबिक अच्छी बारिश से किसानों का नुकसान कम होने की उम्मीद है।

मॉनसून के दूसरे चरण में एक इंच और छह इंच के बीच बारिश हुई है। गुजरात के जिन जिलों में अच्छी बारिश हुई है उनमें अहमदाबाद, खेड़ा, बांसकांठा, भरूच, सूरत, गांधीनगर, नवसारी, नर्मदा, पांचमाला, साबरकांठा, वड़ोदरा और तापी शामिल है।
मानसून की शुरुआत में भरपूर बारिश न होने की वजह से किसानों और राज्य सरकार की चिंता बढ़ गई थी। आंकड़ों के मुताबिक, 7 जुलाई तक सिर्फ 35 लाख हेक्टेयर भूभाग पर ही खेती हुई थी, जो पिछले साल तकरीबन 49 लाख हेक्टेयर के करीब थी। गुजरात सरकार के कृषि विभाग के डायरेक्टर डॉक्टर एस. आर. चौधरी का कहना है कि मॉनसून के दूसरे चरण की बारिश से सभी फसलों को फायदा नहीं हुआ है, लेकिन मूंगफली, कपास और अनाजों के उत्पादन में इससे जरूर बढ़ोतरी होगी।
वहीं दूसरी तरफ, पाटन, बांसकांठा और कच्छ में अभी तक पर्याप्त बारिश नहीं हुई है। हालांकि, इन जिलों में भी अच्छी बारिश होने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि बहुत जल्द उत्तरी गुजरात में अरंडी या कैस्टर की खेती की जाएगी। हालांकि, विश्लेषकों को अभी भी मूंगफली और कपास के उत्पादन में 25-30 फीसदी कमी आने की आशंका है। ...ET Hindi

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