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25 अगस्त 2008

बिकवाल सटोरियों की पकड़ ढीली पड़ने से ग्वार के भाव बढ़े

जयपुर । पिछले दिनों कीमतों आई गिरावट के बाद सस्ता माल देख लिवाली निकलने से एक बार फिर ग्वार में तेजी का रुख बन गया है। इस कारण ग्वार के भाव पिछले दो दिन के दौरान सौ रुपए क्विंटल बढ़कर 1800 से 1830 रुपए क्विंटल हो गए हैं। पिछले सप्ताह सटोरियों द्वारा बिकवाली दबाव बनाने से ग्वार के भाव तीन सौ रुपए क्विंटल उतर गए थे। अब यह आशंका जताई जा रही है कि उत्पादक क्षेत्रों में अगर अब बारिश नहीं होती है तो ग्वार के भाव दो हजार रुपए क्विंटल के पार हो जाएंगे।

ग्वार व्यवसायियों का कहना है कि सटोरियों के हावी होने से पिछले सप्ताह कारोबारियों का गणित गड़बड़ा गया था और बाजार में कृत्रिम मंदी का माहौल बन गया था लेकिन अब बाजार पर सटोरियों की पकड़ ढीली पड़ गई है और ग्वार में मंदी का दौर थम गया है। हालांकि निकट भविष्य में और तेजी अब इस बात पर निर्भर होगी कि मौसम कैसा रहता है। व्यापारियों का कहना है कि जोधपुर और बीकानेर संभाग में अभी फसल को एक बारिश की और दरकार है। यदि समय रहते बारिश नहीं होती है तो फसल को नुकसान होगा तथा ग्वार के भाव दो हजार रुपए क्विंटल के पार हो जाएंगे। जयपुर मंडी में ग्वार का कारोबार करने वाले राजेश घीया का कहना है कि देश में हर वर्ष करीब एक करोड़ बोरी (प्रति बोरी सौ किलो) ग्वार का उत्पादन होता है इसमें से करीब साठ लाख बोरी अकेले राजस्थान में पैदा होती है। जोधपुर, बीकानेर और बाड़मेर संभाग ग्वार के प्रमुख उत्पादक क्षेत्र हैं।

इस कारण ग्वार के भाव जोधपुर मंडी हिसाब से चलते है। इस बार मानसून समय पूर्व आने से पहले ग्वार में नरमी का रुख बन गया था और ग्वार कारोबारियों तथा निर्यातकों में थोड़ी घबराहट पैदा हो गई थी लेकिन बाद में अच्छी बारिश ने बाजार में भी ठंडक हो गई। इस समय जयपुर मंडी में ग्वार के भाव 1800 से 2000 रुपए क्विंटल के बीच है, वहीं ग्वार गम के भाव भी इस समय 4275 रुपए क्विंटल चल रहे हैं। गौरतलब है कि जोधपुर, बीकानेर और बाड़मेर जिले में ग्वार की सर्वाधिक पैदावार होती है। वैसे राजस्थान के हर जिले में ग्वार की पैदावार की जाती है। (Business Bhaskar)

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