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22 अक्तूबर 2008

विश्वव्यापी मंदी से घरलू बेस मेटल्स वायदा में सुस्ती जारी

वैश्विक बाजारों में जारी मंदी की वजह से घरलू बेस मेटल्स वायदा में भी गिरावट का रुख बना हुआ है। चीन के बाद से अब भारत अर्थव्यवस्था में भी मंदी गहराने की आश्ांका के बीच मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज में बेस मेटल्स वायदा में जोरदार गिरावट दर्ज की गई। अमेरिकी डॉलर में मजबूती और औद्योगिक मांग में कमी का असर बेस मेटल्स के हाजिर कारोबार पर भी स्पष्ट रूप से देखा जा रहा है। ऐसे में वायदा और हाजिर दोनों ही जगहों पर इनके भावों में गिरावट जारी है। इस दौरान एमसीएक्स में कॉपर फरवरी वायदा 2.33 फीसदी की गिरावट के साथ 234.65 रुपये प्रति किलो के भाव पर रह गया। इसमें करीब 1038 लॉट्स का कारोबार हुआ। वहीं नवंबर वायदा करीब 2.43 फीसदी कम होकर 232.40 रुपये प्रति किलो रह गया। नवंबर कॉपर वायदा का करीब 10926 लॉट्स में कारोबार हुआ। कारोबारियों के मुताबिक मुख्य रूप से वैश्विक बाजारों में आई गिरावट का असर घरलू बाजारों पर भी देखा जा रहा है। लंदन मेटल एक्सचेंज में कॉपर के भाव में करीब दो फीसदी की गिरावट के साथ 4,715 डॉलर प्रति टन पर कारोबार हुआा। जबकि निकिल में करीब 350 डॉलर की गिरावट होने से 10,450 डॉलर प्रति टन के भाव पर रहा।जानकारों का मानना है कि वैश्विक स्तर पर जारी आर्थिक मंदी की वजह से बेस मेटल्स की मांग में कमी आई है। जिसका असर इनके भावों पर देखा जा रहा है। घरलू स्तर पर एमसीएक्स निकिल अक्टूबर वायदा 1.09 फीसदी की गिरावट के साथ 518.40 रुपये प्रति किलो के भाव पर था। इसमें कुल 930 लॉट्स में कारोबार हुआ। वहीं नवंबर निकिल वायदा करीब आधे फीसदी की नरमी के साथ 544.80 रुपये प्रति किलो पर था। इस दौरान एमसीएक्स में लेट अक्टूबर वायदा 3.17 फीसदी की गिरावट के साथ 68.80 रुपये प्रति किलो पर कारोबार किया गया। इसमें करीब 981 लॉट्स में कारोबार हुआ। इस क्रम में लंदन मेटल एक्सचेंज में लेड के भाव में करीब 30 डॉलर की गिरावट होने से यह 1410 डॉलर प्रति टन रहा। मंदी का असर एमसीएक्स जिंक वायदा में भी देखा गया। अक्टूबर जिंक वायदा 1.93 फीसदी की गिरावट के साथ 58.35 रुपये किलो के भाव पर आ गया। जबकि नवंबर वायदा 1.79 फीसदी की कमी के साथ 60.45 रुपये प्रति किलो पर रहा। ऐसे में एलएमई में जिंक करीब दस डॉलर की गिरावट के साथ 1220 डॉलर प्रति टन पर रह गया। (Business Bhaskar)

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