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31 दिसंबर 2008

सोयामील निर्यात पचास लाख टन के पार जाने के आसार

चालू सीजन के दौरान भारत से सोयामील निर्यात पचास लाख टन के पार जा सकता है। उद्योग के अनुमान के मुताबिक शुरूआती दौर में कमजोर निर्यात मांग के बावजूद पिछले साल के मुकाबले निर्यात बढ़ने की संभावना है। भारत में सोयाबीन का सीजन अक्टूबर से सितंबर तक चलता है। सोपा के प्रवक्ता राजेश अग्रवाल के मुताबिक चालू सीजन के दौरान हमारा सोयामील निर्यात 55 लाख टन का है। इसके विपरीत कम से कम पचास लाख टन सोयामील निर्यात होने की उम्मीद है। पिछले सीजन के दौरान यहां से करीब 49 लाख टन सोयामील का निर्यात हुआ था। इस साल अक्टूबर के दौरान सोयामील के निर्यात में करीब 46 फीसदी की गिरावट देखी गई। वैश्विक बाजारों में कीमतों में आई तगड़ी गिरावट की वजह से अक्टूबर के दौरान महज 92,424 टन सोयामील का निर्यात हो सका। लेकिन मौजूदा समय में कीमतों चढ़ने के साथ निर्यात मांग बढ़ने लगी है। वैश्विक बाजारों में भारतीय सोयामील का भाव 300-310 डॉलर प्रति टन है जो एक महीने पहले करीब 265-290 डॉलर प्रति टन था। वियतनाम, जापान और दक्षिण कोरिया भारतीय सोयामील के प्रमुख खरीददार हैं।पिछले सीजन के दौरान सबसे ज्यादा वियतनाम में करीब आठ लाख टन सोयामील निर्यात हुआ था। कारोबारी सूत्रों के मुताबिक इस दौरान करीब 20000 से 30000 लाख टन सोयामील यूरोप में भी निर्यात हुआ है। चालू सीजन के दौरान ईरान में अब तक 75 हजार टन सोयामील का निर्यात हो चुका है। जल्दी ही यहां एक लाख टन सोयामील का और निर्यात होने की उम्मीद है। दिसंबर तक करीब छह लाख टन सोयामील का निर्यात होने का अनुमान है। जबकि पिछले साल इस अवधि के दौरान 551,382 टन सोयामील का निर्यात हुआ था। राजेश अग्रवाल के मुताबिक दक्षिणी अमेरिका में सोयाबीन का उत्पादन घटने की आशंका से सोयामील की कीमतों में वृद्धि शुरू हो गई है। (Business Bhaskar)

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