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28 फ़रवरी 2009

आगामी सीजन में गन्ना उत्पादन बढ़ने का सरकारी दावा

घरेलू बाजारों में चीनी की कीमतों में जारी तेजी को रोकने के क्रम में अब सरकार ने एक और दूसरा रास्ता अपनाया है। सरकार ने अगले साल के दौरान देश में गन्ने का उत्पादन बढ़ने की संभावना जताई है। कृषि सचिव टी नंद कुमार ने दावा किया है कि किसानों को गन्ने की बेहतर कीमतें मिलने की वजह से आगामी सीजन के दौरान गन्ने का रकबा बढ़ सकता है। जिसका असर गन्ने और चीनी के उत्पादन पर पड़ना तय है। चालू सीजन के दौरान गन्ने के उत्पादन में करीब 17 फीसदी की गिरावट आने से चीनी उत्पादन में भी कमी देखी जा रही है। ऐसे में करीब 29.04 करोड़ टन गन्ने का उत्पादन होने की संभावना है। जिससे करीब 165 लाख टन चीनी उत्पादन होने की उम्मीद जताई जा रही है। कृषि सचिव टी नंद कुमार ने बताया कि मौजूदा समय में चल रहे प्राईसवार से किसानों को गन्ने की बेहतर कीमतें मिल रही हैं। उत्तर प्रदेश में गन्ने की कीमत 140 से 145 रुपये क्विंटल है। जिस पर चीनी मिलें किसानों को 15 रुपये अतिरिक्त कीमत दे रही हैं। उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार आगामी सीजन के लिए गन्ने के एसएमपी में इजाफा करने पर विचार कर रही है। जिसकी घोषणा जल्दी ही होने की उम्मीद है। खाद्य मंत्रालय ने आगामी सीजन के लिए गन्ने के एसएमपी को मौजूदा 81.18 रुपये प्रति क्विंटल से बढ़ाकर 107.76 रुपये प्रति क्विंटल करने का सुझाव दिया है। चीनी की बढ़ती कीमतों पर नकेल लगाने के लिए सरकार ने एसएमपी बढ़ाने का संकेत दिया है। दरअसल मौजूदा साल का उत्पादन और पिछले साल के बकाया स्टॉक के साथ चीनी घरेलू खपत के मुकाबले उपलब्धता कम रह सकती है। इस बीच यदि गन्ने के रकबे में इजाफा होता है तो बाजार में आगामी सीजन के दौरान चीनी के उत्पादन में भी बढ़त का संदेश जाएगा। जिसका असर कीमतों में नरमी के रुप में देखा जा सकता है। मार्च के बाद से देश के कई हिस्सों में गन्ने की रोपाई का काम शुरू हो जाएगा। (Business Bhaskar)

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