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27 मार्च 2009

वैश्विक स्तर पर गेहूं का उत्पादन बढ़ने के आसार

चालू सीजन के दौरान वैव्श्रिक गेहूं उत्पादन में तगड़ा इजाफा होने की संभावना है। इंटरनेशनल ग्रेन काउंसिल के ताजा अनुमान के मुताबिक इस साल गेहूं के वैव्श्रिक उत्पादन में करीब 13 फीसदी का इजाफा हो सकता है। काउंसिल की रिपोर्ट के मुताबिक गेहूं सीजन 2008-09 के दौरान दुनिया में करीब 68.8 करोड़ टन गेहूं का उत्पादन हो सकता है। खास करके आस्ट्रेलिया में उत्पादन बढ़ने की वजह से वैव्श्रिक उत्पादन में इजाफे की संभावना जताई जा रही है। साल 2007-08 के दौरान दुनिया में करीब 60.9 करोड़ टन गेहूं का उत्पादन हुआ था। महज एक महीना पहले इंटरनेशनल ग्रेन काउंसिल ने करीब 68.7 करोड़ टन गेहूं उत्पादन की उम्मीद जताई थी। लेकिन आस्ट्रेलिया में गेहूं की बेहतर फसल को देखते हुए गेहूं के संभावित उत्पादन में इजाफा किया गया है। उधर आस्ट्रेलिया ब्यूरो ऑफ एग्रीकल्चरल एंड रिसोर्स इकोनॉमी (अबार) ने इस साल देश में करीब 2.14 करोड़ टन गेहूं उत्पादन होने का अनुमान जताया है। पिछले साल दिसंबर में अबार में करीब दो करोड़ टन गेहूं उत्पादन रहने का अनुमान जताया था। जिंसों की कीमतों को प्रभावित करने वाला गेहूं प्रमुख अनाज है। कृषि अर्थशास्त्रियों के मुताबिक बढ़ते उत्पादन से दुनिया के कई क्षेत्रों में खाद्य चिंता की समस्या से राहत मिल सकती है। भारत सरकार ने गेहूं उत्पादन अनुमान में कटौती की है। सरकारी अनुमान के मुताबिक इस साल यहां करीब 7.78 करोड़ टन गेहूं का उत्पादन हो सकता है। पिछले साल देश में करीब 7.857 करोड़ टन गेहूं का उत्पादन हुआ था। चीन के कई इलाकों में सूखे की वजह से उत्पादन पर असर पड़ सकता है। लेकिन इसके बावजूद यहां उत्पादन बढ़ने की संभावना है। इस साल वैव्श्रिक स्तर पर करीब 64.5 करोड़ टन गेहूं की खपत होने की संभावना है। जो पिछले सीजन के मुकाबले करीब तीन करोड़ टन ज्यादा है। (Business Bhaskar)

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