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27 मई 2009

गेहूं की सरकारी खरीद पंद्रह जुलाई तक

उत्तर प्रदेश में गेहूं की सरकारी खरीद पंद्रह जून और बिहार में पंद्रह जुलाई तक जारी रहेगी। भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) के सूत्रों के मुताबिक बिहार की मंडियों में गेहूं की आवक का दबाव जून-जुलाई महीने में रहता है इसलिए जुलाई मध्य तक खरीद जारी रहेगी। जबकि गेहूं उत्पादन में देश के अग्रणी राज्य उत्तर प्रदेश में दैनिक आवक 60,000 क्विंटल हो रही है। अत: उत्तर प्रदेश में भारतीय खाद्य निगम न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर पंद्रह जून तक खरीद करेगी। एफसीआई ने चालू खरीद सीजन में अभी तक 234.06 लाख टन गेहूं की रिकार्ड खरीद की है। खरीद का लक्ष्य 244 लाख टन का है। उत्तर प्रदेश और बिहार में सरकारी खरीद में बढ़ोतरी होने की संभावना है। ऐसे में सरकारी खरीद तय लक्ष्य से भी ज्यादा होने की उम्मीद है। पिछले साल की समान अवधि में एफसीआई ने 210 लाख गेहूं खरीदा था। हालांकि उक्त खरीद में 75 फीसदी का योगदान पंजाब और हरियाणा का ही है। पंजाब में अभी तक समर्थन मूल्य पर 107.05 लाख टन गेहूं की खरीद हुई है जबकि हरियाणा में 68.99 लाख टन गेहूं समर्थन मूल्य पर खरीदा गया है। इन राज्यों में गेहूं की सरकारी खरीद 31 मई तक जारी रहेगी। हालांकि मंडियों में आवक अब काफी कम हो गई है।उत्तर प्रदेश में अभी तक समर्थन मूल्य पर 28.02 लाख टन गेहूं की सरकारी खरीद हो चुकी है तथा मंडियों में गेहूं की आवक 60,000 क्विंटल की हो रही है। यहां खरीद 15 जून तक जारी रहेगी। बिहार की मंडियों से एमएसपी पर 25,000 टन गेहूं ही खरीदा गया है तथा बिहार में सरकारी खरीद 15 जुलाई तक चलेगी। मध्य प्रदेश में गेहूं की सरकारी खरीद 16.90 लाख टन की हुई है जबकि राजस्थान में 10.85 लाख टन गेहूं खरीदा जा चुका है। कृषि मंत्रालय द्वारा हाल ही में जारी तीसरे अग्रिम अनुमान के मुताबिक चालू सीजन में देश में गेहूं का उत्पादन 785 लाख टन के मुकाबले 776 लाख टन होने का अनुमान है। हालांकि उत्पादन में तो कमी आई है लेकिन सरकारी खरीद में इजाफा हुआ है। दिल्ली बाजार में गेहूं की दैनिक आवक 14-15 हजार बोरी की हो रही है। (Business Bhaskar....R S Rana)

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