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22 जून 2009

स्टॉक कमजोर होने से मसूर 12 फीसदी तेज

कमजोर स्टॉक और आयात पड़ता महंगा होने से पिछले दस दिनों में मसूर की कीमतों में करीब 12 फीसदी की तेजी आ चुकी है। आयातित मसूर के मुंबई पहुंच भाव 4400 रुपये और कोलकाता पहुंच भाव 4500 रुपये प्रति क्विंटल हो गए हैं जबकि देसी मसूर के भाव उत्पादक मंडियों में बढ़कर 4400 से 4600 रुपये प्रति क्विंटल हो गए हैं। चालू सीजन में फसल के उत्पादन अनुमान में पहले की तुलना में कमी आने की आशंका है। जबकि आस्ट्रेलिया और कनाड़ा के निर्यातकों ने भाव बढ़ा दिए हैं। हालांकि केंद्र सरकार ने दालों के निर्यात पर रोक लगा रखी है लेकिन नेपाल के रास्ते बांग्लादेश और खाड़ी देशों को सप्लाई होने की खबरों से भी इसकी तेजी को बल मिल रहा है। बहराइच स्थित मैसर्स साकेत फूडस लिमिटेड के डायरेक्टर अतुल अग्रवाल ने बिजनेस भास्कर को बताया कि पैदावार अनुमान में कमी होने के कारण स्टॉकिस्टों और मिलर्स की मसूर में भारी खरीद बनी हुई है। जिससे भावों में तेजी बनी हुई है। पिछले दस दिनों में ही उत्पादक मंडियों में करीब 450 रुपये प्रति क्विंटल की तेजी आकर कानपुर लाइन की मंडियों में छोटी मसूर के भाव 4600 रुपये और मोटी मसूर के 4450 रुपये और बरेली मंडी में 4500 रुपये प्रति क्विंटल हो गए। उन्होंने बताया कि पहले नई फसल के उत्पादन का अनुमान 12 लाख टन का था लेकिन प्रति हैक्टेयर पैदावार कम बैठने से अब उत्पादन अनुमान घटकर दस लाख टन का है। हालांकि ये अनुमान पिछले साल के आठ लाख टन उत्पादन से ज्यादा है। उत्पादन अनुमान घटने की आशंका और पुराना स्टॉक न होने के कारण स्टॉकिस्टों की खरीद में बढ़ोतरी होने से तेजी को बल मिला है। मसूर की बांग्लादेश, नेपाल और खाड़ी देशों में अच्छी खपत होती है। हालांकि केंद्र सरकार ने दालों के निर्यात पर रोक लगा रखी है लेकिन नेपाल के रास्ते बांग्लादेश और खाड़ी देशों को सप्लाई होने की खबरों से भी इसकी तेजी को बल मिल रहा है। पिछले साल किसानों ने मसूर के काफी ऊंचे भाव देखे थे, जिसके कारण किसानों की बिकवाली भी कम आ रही है। उत्तर प्रदेश के झांसी, ललितपुर और कानपुर लाइन की मंडियों में मसूर की दैनिक आवक घटकर 1000-1200 बोरी की रह गई है।सूत्रों के अनुसार सरकारी एजेंसियों ने वित्त वर्ष 2008-09 में 15,000 टन मसूर का आस्ट्रेलिया और कनाडा से आयात किया हैं। कनाडा और आस्ट्रेलियाई मसूर के भाव मुंबई पहुंच 4450 रुपये प्रति क्विंटल हो गए हैं जबकि 10 जून को इसके भाव 3950 रुपये प्रति क्विंटल थे। जलगांव के दलहन आयातक संतोष उपाध्याय ने बताया कि आस्ट्रेलिया और कनाड़ा के निर्यातकों ने 1100 से 1150 डॉलर प्रति टन मुंबई पहुंच भाव बोलने शुरू कर दिए हैं लेकिन इन भाव पर आयातक नए सौदे करने से परहेज कर रहे हैं। कनाड़ा और टर्की में मौसम प्रतिकूल होने से भी इसकी तेजी को बल मिल रहा है। आस्ट्रेलिया में मसूर का करीब 70-80 हजार टन का स्टॉक बचा हुआ है जबकि सितंबर-अक्टूबर में वहां नई फसल आ जाएगी।दलहन व्यापारी शिव कुमार मिश्रा ने बताया कि इंदौर मंडी में भी इस दौरान मसूर की कीमतों में 500 रुपये की तेजी आकर भाव 4500 रुपये प्रति क्विंटल हो गये। मंडी में इसकी दैनिक आवक करीब 2500 बोरी की हो रही है। (Business Bhaskar.....R S Rana)

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