कुल पेज दृश्य

29 जुलाई 2009

बारिश की थाप पर नाचे किसान, कारोबारी थोड़े परेशान

नई दिल्ली July 28, 2009
सोमवार की बारिश से किसानों के चेहरे खिल उठे तो पानी जमा होने के कारण कारोबारियों के चेहरे थोड़े मलीन हो गए।
धान एवं सब्जी उगाने वाले किसान फिर से खेत की ओर चल दिए हैं। गन्ना किसानों को बारिश से कीड़े के खात्मे की पूरी उम्मीद बन गयी है। बारिश ने सब्जियों की कीमतों में भी गिरावट के आसार बना दिये हैं।
लेकिन दिल्ली के सदर बाजार एवं चांदनी चौक जैसे इलाकों के दुकानदार मंगलवार की सुबह व्यापार शुरू करने से पहले घंटों पानी निकालने के काम में लगे रहे। सदर बाजार के कारोबारी अपनी परेशानी को लेकर दिल्ली नगर निगम के आयुक्त से मुलाकात करने वाले हैं।
किसानों को फायदा ही फायदा
सोमवार को दिल्ली एवं आसपास के इलाकों में कुल 126 मिलीमीटर की बारिश दर्ज की गयी। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कई इलाकों में करीब इतनी ही बारिश हुई। गाजियाबाद के किसान राजबीर सिंह कहते हैं, बारिश से हमें कई फायदे हुए हैं। धानों की बुआई तेज हो गयी।
गन्ने के पौधों में लगने वाले कंसवा जैसे कीड़े मर जायेंगे। खेतों में पानी जमा होने से कई दिनों तक पानी पटाने का काम नहीं करना पड़ेगा जिससे हमारे पैसे बचेंगे और बिजली की खपत भी कम होगी। किसानों का यह भी कहना है कि अब उन्हें बिजली भी अधिक देर तक मिल सकेगी और वे कम कीमत पर खेतों में पानी दे सकेंगे।
सब्जियों की कीमतों में कमी
मंगलवार को दिल्ली की आजादपुर मंडी में घिया, भिंडी, टिंडा, तोरी एवं अन्य हरी सब्जियों की कीमतों में 4 रुपये प्रति किलोग्राम की गिरावट दर्ज की गयी। थोक सब्जी विक्रेता बलबीर सिंह कहते हैं, यह कमी इसलिए आयी क्योंकि सोमवार को बारिश के कारण देर शाम में किसान मंडी में अपनी सब्जियों का सौदा नहीं कर पाये थे।
लेकिन वे यह भी कहते हैं कि इस बारिश के कारण आने वाले दो-चार दिनों में सब्जियों के भाव जरूर कम होंगे। पानी नहीं मिलने से खेतों में सब्जियां सूख रही थी। जिससे जून के मुकाबले कीमत में 20 फीसदी तक की बढ़ोतरी हो चुकी है।
कारोबारी परेशान
मेन सदर बाजार की मुख्य सड़क के दोनों किनारे बने दुकानदार मंगलवार की सुबह से ही पानी निकालने में जुटे रहे। इस इलाके की अधिकतर दुकानें सड़क के मुकाबले नीचे चली गयी है। इससे दुकान के फर्श पर रखे सामान भी बारिश में बर्बाद हो जाते हैं।
सड़कों पर पानी जमा होने से खरीदार भी इन इलाकों में आने से कतराते हैं। चांदनी चौक इलाके की कई दुकानों में भी बारिश का पूरा असर देखने को मिला। बेसमेंट की दुकानों का तो बुरा हाल था।
सदर बाजार के कारोबारी देवराज बवेजा ने बताया कि दिल्ली नगर निगम को पानी जमा होने की समस्या से कई बार अवगत कराया गया है। लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गयी। मंगलवार को व्यापारियों का एक प्रतिनिधिमंडल निगमायुक्त से मुलाकात कर रहा है।
पंजाब और हरियाणा में झमाझम बारिश
चंडीगढ़ से भाषा के मुताबिक कमजोर पड़े दक्षिण पश्चिम मानसून के दोबारा सक्रिय होने से पंजाब और हरियाणा के कई हिस्सों में आज भारी बारिश हुई। उत्तर पश्चिम क्षेत्र में एक जुलाई से 25 जुलाई के दरम्यान बेहद कम बारिश हुई, लेकिन आज की जबर्दस्त बारिश से लोगों को राहत मिली जिसकी उन्हें लंबे समय से तलाश थी।
आज हुई बारिश से राज्य में बिजली संकट से भी कुछ निजात मिल सकेगी। कृषि प्रधान पंजाब और हरियाणा के किसानों के लिए भी यह बारिश राहत की सांस लेकर आई क्योंकि बारिश की कमीं से फसलों को नुकसान होने की आशंका था। मौसम विभाग ने यहां कहा कि लुधियाना में क्षेत्र में सबसे ज्यादा 142.8 मिमी. बारिश हुई। वाराणसी भी सराबोर
कल शाम से रातभर पूर्वांचल में झमाझम बारिश हुई। बारिश कम से कम उन किसानों के लिए वरदान है, जिन्होंने भारी सूखे के बावजूद किसी तरह से रोपाई कर ली है। बादल कल दिनभर अठखेलियां करते रहे लेकिन शाम को झमाझम बारिश हुई। हालांकि बारिश ऐसी नहीं हुई कि खेत लबालब भर जाएं लेकिन इस मौसम में शायद पहली बार धरती पानी से तर हो गई।
कृषि विशेषज्ञ डा मथुरा राय ने बताया कि सिंचाई के संसाधनों की अपेक्षा यह बारिश तो अमृत है। इससे वैकल्पिक खेती के लिए भी बेहतर मौसम हो गया। मौसम विज्ञानी प्रो बी आर डी गुप्ता ने बताया कि बंगाल की खाड़ी में बन रहे कम दबाव के क्षेत्र के चलते यह बारिश हुई।
अगर यह कम दबाव का क्षेत्र और गहरा होता है तो अगले दो-तीन दिन लगातार पानी बरस सकता है। बहरहाल, बारिश से किसानों को थोड़ी उम्मीद जगा दी, क्योंकि पूर्वाचल के किसान वर्षा नहीं होने से त्रस्त थे।
उत्तराखंड में दो दिनों से लगातार बारिश
उत्तराखंड के बीएस संवाददाता के मुताबिक वहां पिछले दो दिनों से लगातार बारिश हो रही है। उत्तराखंड के मौसम विभाग के मुताबिक एक या दो जिलों को छोड़ पूरे उत्तराखंड में दो दिनों से लगातार बारिश हो रही है।
अच्छी बरसात के कारण मैदानी एवं पहाड़ी दोनों ही इलाकों में किसान धान की बुआई में व्यस्त हो गये हैं। मौसम विभाग के निदेशक आनंद शर्मा के मुताबिक इन दिनों उत्तराखंड में मानसून सक्रिय है। बारिश की वजह से प्रदेश में बिजली की उत्पादकता में भी सुधार है।
बारिश का असर
गन्ने में लगने वाले कीड़ों का होगा खात्मागर्मी के कारण सब्जियों की बढ़ती कीमत पर रोकधान की बुआई में आएगी तेजी (BS Hindi)

कोई टिप्पणी नहीं: