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31 जुलाई 2009

आभूषणों की बिक्री बढ़ाने के लिए नुमाइश का सहारा

मुंबई July 30, 2009
निर्यात में आई 25 फीसदी की गिरावट से परेशान रत्न और आभूषण का कारोबार करने वाली संस्था घरेलू बाजार में मौजूदा कारोबारी संभावनाओं का लाभ उठाने केलिए बड़े स्तर पर प्रचार-प्रसार करने की योजना बना रही है।
इन संस्थाओं में सबसे बड़ी जेम्स ऐंड ज्वेलरी एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल (जीजेईपीसी),जिसकी स्थापना वाणिज्य मंत्रालय ने की है, ने घरेलू बाजार में प्रचार-प्रसार करने के लिए लिए 15 करोड रुपये के निवेश की योजना तैयार की है।
खासकर टीयर-2, 3 और टाइप 4 शहरों में इस पर खास ध्यान दिया जाएगा, जहां के उपभोक्ताओं में हीरे की खरीदारी में खासी दिलचस्पी है। इस निवेश के जरिये स्थानीय ज्वैलरी ब्रांड का विज्ञापन उपभोक्ता शिक्षा और अन्य जेनरिक उपायों के जरिये किया जाएगा।
जीजेईपीसी, पर्व-त्योहारों को देखते हुए स्थानीय बाजार में प्रचार-प्रसार का कार्य सितंबर से शुरू कर अगले साल फरवरी तकजारी रखने की योजना बना रही है। जीजेईपीसी के अध्यक्ष वसंत मेहता ने कहा कि घरेलू बाजार में आभूषणों में आई कमी को देखते हुए जेनरिक और स्थानीय ब्रांड को बाजार में बेहतर ढंग से पेश किए जाने की जरूरत है।
जिसके 17-45 वर्ष उम्र के ग्राहकों को आकर्षित करने पर खासा ध्यान दिया जाएगा। बकौल मेहता, कई ग्राहकों को हाल में उपहार के तहत मोबाइल और अन्य सामानों की खरीदारी करते देखा गया और अगर कोशिश की जाती तो उनको हीरे की खरीदारी की ओर आकर्षित किया जा सकता था।
मेहता का कहना है कि रत्न और आभूषणों के प्रचार-प्रसार के पीछे मकसद उपभोक्ताओं में हीरे के महत्व और इसकी कीमत के बारे में जानकारी देनी है, क्योंकि सोने की तुलना में हीरे के आभूषणों लोगों के बीच उतने लोकप्रिय नहीं हो पाएं हैं।
विश्व में कच्चे हीरे की आपूर्ति करने वाले सबसे बड़ी कंपनी डी बियर्स के प्रबंध निदेशक गरेथ पेनी केअनुसार हीरे के आभूषणों की बिक्री को 'लक्जरी हॉलीडे' से कड़ी टक्कर मिल रही है। करीब 300,000 से ज्यादा ज्वैलरों का प्रतिनिधित्व करने वाली देश की दूसरी सबसे कारोबारी संस्था ऑल इंडिया जेम्स ऐंड ज्वेलरी ट्रेड फेडरेशन (जीजेएफ) भी दीवाली से पहले अलग से प्रचार-प्रसार की योजना बना रही है।
जीजेएफ के अध्यक्ष विनोद हेयाग्रिव की पारस्प्रिक सहयोग से आभूषणों की बिक्री में 25 फीसदी तक की बढ़ोतरी हो सकती है और इसे वैश्विक वित्तीय संकट की वजह से इसकी बिक्री में आई गिरावट की भरपाई की जा सकती है।
हेयगिव ने कहा,'हरेक सदस्य को हमारा सुझाव है कि वे सभी प्रचार-प्रसार में निवेश करें और विज्ञापन देने केलिए सभी संचार माध्यमों का सहारा लें'। डी बियर्स ने भी क्रिसमस के समय अमेरिका में हीरे के आभूषणों के प्रचार-प्रसार पर निवेश की योजना बनाई है। (ET Hindi)

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