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25 सितंबर 2009

दालों के आयात में हुआ 50 फीसदी का इजाफा

नई दिल्ली : इस साल अप्रैल से जुलाई के बीच दालों के आयात में 50 परसेंट का इजाफा हुआ है। इन चार महीने के दौरान देश में नौ लाख टन दाल मंगाई गई है। मांग ज्यादा होने और आपूतिर् कम होने चलते दालों के आयात में इजाफा हुआ है। इसके चलते इन दिनों दालों के दाम आसमान छू रहे हैं। एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने कहा, 'सरकारी और निजी क्षेत्र की ट्रेडिंग एजेंसियों ने चालू वित्त वर्ष के पहले चार महीनों के दौरान नौ लाख टन दाल का आयात किया। पिछले साल इस दौरान छह लाख टन दाल का आयात किया गया दालों का ज्यादा आयात कीमतों में तेजी रोकने और घरेलू बाजार में उपलब्धता बढ़ाने के लिए किया गया है। उन्होंने बताया कि पिछले चार महीने में दालों का जितना आयात हुआ था, उसमें 30 से 40 फीसदी हिस्सा पीली मटर का था। बाकी में अरहर और उड़द दाल मंगाई गई हैं। दरअसल आबादी में बढ़ोतरी के चलते दालों की मांग में इजाफे से आयात बढ़ रहा है। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, दालों खासतौर पर अरहर की कीमत 90 रुपए प्रति किलो हो गई है। इसके चलते यह आम आदमी की पहुंच से बाहर हो गई है। सरकारी अधिकारी ने बताया कि जुलाई में आयात अपने उच्च स्तर पर पहुंच गया। पिछले पखवाड़े में वैश्विक और घरेलू बाजार में दालों की कीमत उच्च स्तर पर स्थिर हो गई हैं। (इत हिन्दी)

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