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26 अक्तूबर 2009

छत्तीसगढ़ में 'नो एंट्री'

रायपुर October 25, 2009
छत्तीसगढ़ सरकार ने आनुवांशिक रूप से संशोधित बीटी बैगन की व्यावसायिक खेती पर प्रतिबंध लगा दिया है। यह फैसला राज्य के कृषि विशेषज्ञों और विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों से राय लेने के बाद किया गया है।
बीटी बैगन के खिलाफ व्यापक विरोध ने भी इस पर प्रतिबंध में अहम भूमिका निभाई है। छत्तीसगढ़ के कृषि मंत्री चंद्रशेखर साहू ने कहा, 'वरिष्ठ अधिकारियों और कृषि विशेषज्ञों से राय लेने के बाद छत्तीसगढ़ सरकार ने आंनुवांशिक रूप से संशोधित बीटी बैगन की राज्य में व्यावसायिक खेती पर प्रतिबंध लगा दिया है।'
मंत्री ने कहा कि बीटी बैगन की खेती राज्य में तब तक प्रतिबंधित रहेगी, जब तक इस पर पूरा शोध और स्वास्थ्य पर पड़ने वाले प्रभाव का अध्ययन नहीं कर लिया जाता है। राज्य सरकार ने केंद्रीय कृषि मंत्री शरद पवार और केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री को इस सिलसिले में एक पत्र भी भेजा है और बीटी बैगन की खेती को अनुमति दिए जाने पर सवाल उठाया है।
भारत सरकार की जेनेटिक इंजीनियरिंग एप्रूवल कमेटी ने हाल ही में बीटी बैगन की व्यावसायिक खेती को सैध्दांतिक मंजूरी दे दी है, जिसमें इसकी खेती को कीटों से सुरक्षा मिलती है। अभी पर्यावरण मंत्रालय से इसे अनुमति मिलना बाकी है, उसके बाद बीटी बैगन पहली खाद्य फसल होगी, जिसे मंजूरी मिल जाएगी। (बीएस हिन्दी)

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