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31 अक्तूबर 2009

चिली में बीएचपी की खदान में हड़ताल से कॉपर उत्पादन गिरा

चिली में स्पेंस कॉपर माइन में कर्मचारियों की हड़ताल जारी रहने से कॉपर की वैश्विक आपूर्ति प्रभावित हो सकती है। खदान में उत्पादन घटकर काफी कम रह गया है। वहीं कर्मचारियों का कहना है कि इससे बीएचपी बिलीटन के प्रबंधन पर विवाद सुलझाने का दबाव बढ़ गया है। कंपनी केअधिकारियों ने बताया कि हड़ताल के कारण स्पेंस में उत्पादन घटकर न्यूनतम स्तर पर पहुंच गया है, ऐसे में कॉपर सप्लाई पर संकट मंडराने लगा है। इससे कॉपर की वैश्विक आपूर्ति भी प्रभावित हो सकती है। गत वर्ष इस खदान से 1,65,000 टन कॉपर कैथोड का उत्पादन किया गया था। कंपनी के 560 कर्मचारियों की यूनियन के प्रेसीडेंट अंद्रेस रमिरेज ने कहा कि वे अपने रुख पर अडिग हैं और बातचीत के लिए कंपनी के रुख का इंतजार कर रहे हैं।हालांकि बीएचपी के अधिकारियों ने उत्पादन और विवाद को लेकर बातचीत की मौजूदा स्थिति पर कोई टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। रमिरेज ने कहा कि खदान के 1,000 से भी ज्यादा अप्रत्यक्ष कर्मचारियों ने भी हड़ताल पर जाने की धमकी दी है, यदि कंपनी ने उनका पूरा भुगतान नहीं किया। ये कर्मचारी कॉन्ट्रैक्ट पर काम कर रहे हैं। हालांकि हड़ताल के चलते उनकी सेवाओं की जरूरत कंपनी को कम हो गई है। उन्होंने कहा कि उन्हें सोमवार तक कॉन्ट्रेक्टर्स को लेकर कंपनी अपनी राय की घोषणा कर देगी। कंपनी के मुताबिक खदान में 954 प्रत्यक्ष कर्मचारी हैं, जबकि 1,000 से ज्यादा कॉन्ट्रैक्ट पर कर्मचारी हैं। स्पेंस में कॉन्ट्रैक्ट को लेकर बातचीत जल्द ही शुरू होने की संभावना दिखाई दे रही है क्योंकि चिली की अन्य खदानों में इसी वर्ष के आखिर तक या अगले वर्ष के शुरू में इस पर बातचीत शुरू हो सकती है। (बिज़नस भास्कर)

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