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24 नवंबर 2009

उत्पादन में कमी की आशंका से नेचुरल रबर के दाम बढ़े

भारत समेत पूरी दुनिया में नेचुरल रबर का उत्पादन गिरने की संभावना और टायर उद्योग की मांग बढ़ने से पिछले एक सप्ताह में इसकी कीमत 5।4 फीसदी बढ़ चुकी हैं। कोट्टायम में सोमवार को नेचुरल रबर आरएसएस-4 के भाव बढ़कर 116 रुपये और आरएसएस-5 के भाव 112 रुपये प्रति किलो हो गए हैं। इस दौरान सिंगापुर कमोडिटी एक्सचेंज (सीकॉम) में नेचुरल रबर के भाव बढ़कर 121-122 रुपये प्रति किलो (भारतीय मुद्रा में) हो गए।भारतीय रबर बोर्ड के सूत्रों के अनुसार चालू वित्त वर्ष के अप्रैल से अक्टूबर के दौरान घरेलू नेचुरल रबर के उत्पादन में 9.4 फीसदी और पहले छह महीने में विश्व में नेचुरल रबर के उत्पादन में 7.4 फीसदी कमी आने का अनुमान है। चालू वर्ष में घरेलू टायर उद्योग की मांग पांच फीसदी बढ़ने के आसार हैं। उधर विश्व में आर्थिक सुधार से नेचुरल रबर की मांग बढ़ रही है जबकि चीन के आयात में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। वर्ष 2009-10 में भारत में नेचुरल रबर का उत्पादन 8.40 लाख टन रहने की संभावना है जबकि इस दौरान खपत बढ़कर 9.31 लाख टन होने का अनुमान है। जून-जुलाई और अगस्त महीने में प्रमुख रबर उत्पादक क्षेत्रों में बारिश कम होने से देश के नेचुरल रबर के उत्पादन में कमी आई है। वैसे भी रबर के पौधे काफी पुराने हो चुके हैं इसलिए भी उत्पादन घट रहा है। रबर बोर्ड पैदावार बढ़ाने के लिए पूवरेत्तर में रबर की नया प्लांटेशन कर रहा है।आटोमेटिव टायर मैन्यूफैक्चर्स एसोसिएशन (एटमा) के महानिदेशक राजीव बुद्धिराजा ने बताया कि वर्ष 2009-10 में टायर उद्योग की मांग में पांच फीसदी का इजाफा होने की संभावना है। इस दौरान टायर उद्योग में नेचुरल रबर की खपत बढ़कर 4.5 लाख टन होगी। भारत के मुकाबले विदेश में भाव कम होने के कारण अप्रैल से अक्टूबर तक 126,472 टन नेचुरल रबर का आयात किया था जबकि इस दौरान भारत से निर्यात घटकर मात्र 2,639 टन रह गया। लेकिन अब भारत के मुकाबले विदेश में भाव काफी तेज हो गए हैं इसलिए आगामी महीनों में भारत में आयात गिरेगा और निर्यात बढ़ेगा। इसलिए घरेलू बाजार से नेचुरल रबर की मांग में इजाफा होगा। जिससे मौजूदा कीमतों में तेजी का रुख ही कायम रहने की संभावना है।रबर मर्चेट एसोसिएशन के सचिव अशोक खुराना ने बताया कि भारत में अक्टूबर से जनवरी तक कुल पैदावार का 60 प्रतिशत उत्पादन होता है इसलिए आगामी दिनों में आवक बढ़ेगी। अक्टूबर महीने में नेचुरल रबर की पैदावार में 3.6 फीसदी का इजाफा भी हुआ है। अक्टूबर में 87,000 टन रबर का उत्पादन हुआ। लेकिन घरेलू मांग बढ़ने से भाव तेज ही बने हुए हैं। अंतरराष्ट्रीय बाजार में तेजी का प्रमुख कारण विश्व में नेचुरल रबर के उत्पादन में कमी के साथ ही चीन की आयात मांग में बढ़ोतरी होना है।rana@businessbhaskar.net (बिज़नस भास्कर)

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