कुल पेज दृश्य

24 दिसंबर 2009

डॉलर की मजबूती से सोने में आई सुस्ती

सोने और रत्न-जवाहरात उद्योग की हलचल
बीएस संवाददाता / मुंबई December 22, 2009
मुंबई के सर्राफा बाजार में प्रति 10 ग्राम सोने का भाव 17,000 रुपये से नीचे आ गया है।
हालांकि अन्य धातुओं में सोने जैसा रुझान तो देखने को नहीं मिल रहा, पर जानकारों का मानना है कि इसमें भी जल्द ही कमी दर्ज की जा सकती है। इसकी वजह आने वाले कुछ महीनों में मुनाफावसूली की संभावना है।
एक महीने पहले आए दुबई संकट के बाद से डॉलर के मूल्यांकन में बढ़ोतरी हुई है। अमेरिका में ब्याज दर करीब शून्य फीसदी तक चले जाने से निवेशकों को सस्ता कर्ज मिल रहा था। ये निवेशक दिसंबर अंत से पहले-पहले अपने सौदों को भुनाने और मुनाफावसूली के लिए सही मौके का इंतजार करे रहे थे।
दुबई संकट के बाद पिछले चार हफ्तों में सोने और चांदी के भाव में 7 से 8 फीसदी की गिरावट आई है। इस दौरान डॉलर सूचकांक 4.3 फीसदी मजबूत हुआ है। पर बेस मेटल की कीमतों में फिलहाल कोई कमी नहीं हुई है।
इंडिया इन्फोलाइन में कमोडिटी विश्लेषक तरंग भानुशाली ने बताया कि,'ज्यादातर धातु खासकर महंगी धातु अपने 12 महीनों के उच्च स्तर पर है। हर तरफ जारी मुनाफावसूली की वजह से सोने में तेजी से गिरावट आई है।'
दुबई संकट के बाद दूसरी बेस मेटल में कुछ मजबूती देखी गई और इसमें कोई गिरावट नहीं आई है। रिस्क ऐडवाइजरी एजेंसी कॉमट्रेन्डज के निदेशक टी ज्ञानशेखर ने बताया कि,' सोने को लेकर आगे की संभावनाएं उदासीन हैं। मगर बेस मेटल में गिरावट आ सकती है। फिलहाल आपूर्ति पक्ष के कुछ अवरोधों ने उन्हें स्थिर रखा हुआ है। कीमतों के ऊपर चढ़ने की संभावना नहीं है क्योंकि सोने के बाद बेस मेटल में भी अब मुनाफावसूली हो सकती है।'
बेस मेटल की कीमतें चीन से मांग पर निर्भर करती हैं जो अब भी जारी है। चीन केसीमा शुल्क विभाग द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक चीन को की गई तांबे की ढुलाई में नवंबर में भी बढ़ोतरी हुई है।
बार्क्लेज कमोडिटी रिपोर्ट के मुताबिक,' वस्तुओं की कीमतों में भारी बढ़त अब चरम पर है, अब 2010 में बाजार के रुझानों में खासा अंतर देखने का मिल सकता है। पहली तिमाही में तेल, कुछ बेस मेटल और कृषि बाजार में कुछ उछाल की संभावना है। चीन की आयात मांग में कमी बढ़ती कीमतों के लिए सबसे बड़ा अवरोध है।'
डॉलर की तेजी का असर
दुबई संकट के बाद पिछले चार हफ्तों में सोने और चांदी के भाव में 7 से 8 फीसदी की गिरावट आई है। इस दौरान डॉलर में 4।3 फीसदी की मजबूती हुईबेस मेटल की कीमतों में फिलहाल कोई कमी नहीं अमेरिका में निवेशकों को मिल रहा सस्ता कर्ज (बीएस हिन्दी)

कोई टिप्पणी नहीं: