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25 दिसंबर 2009

एडवांस के मुद्दे पर सरकारी स्तर पर म्यांमार से दाल आयात टला

म्यांमार से सरकारी स्तर पर दलहन आयात करने की केंद्र सरकार की योजना खटाई में पड़ गई है। म्यांमार सरकार ने एडवांस भुगतान देने की शर्त रखी थी जबकि भारत सरकार इस पर राजी नहीं है, जिसकी वजह से सरकारी स्तर पर दलहन आयात का समझौता नहीं हो पाया। इस समय सरकारी एजेंसियां एसटीसी, एमएमटीसी, पीईसी और नेफेड व्यापारिक फर्मो के जरिये दालों का आयात कर रही हैं। सरकारी एजेंसियों को दलहन आयात पर 15 फीसदी की सब्सिडी दी जा रही है जबकि प्राइवेट आयातक दालों का शुल्क मुक्त आयात कर रहे हैं।सूत्रों के अनुसार चालू वित्त वर्ष अप्रैल से अक्टूबर के दौरान दलहन आयात में 20 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। इस दौरान 15।9 लाख टन दालों का आयात किया जा चुका है जबकि पिछले साल की समान अवधि में 13.2 लाख टन दालों का आयात किया गया था। खाद्य मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक वर्ष 2008-09 में कुल दलहन आयात 24.4 लाख टन और 2007-08 में 28.4 लाख टन का हुआ था। चालू वित्त वर्ष में सरकारी एजेंसियों ने अभी तक 4.8 लाख टन दालों का आयात किया है जबकि इसमें से करीब तीन लाख टन दालें भारतीय बंदरगाह पर पहुंच चुकी हैं। सरकारी एजेंसियों को चालू वित्त वर्ष में 15 लाख टन दालों का आयात करना है।दलहन आयात संतोष उपाध्याय ने बताया कि प्रमुख उत्पादक राज्यों कर्नाटक, आंध्र प्रदेश और महाराष्ट्र में अरहर की नई आवक शुरू हो गई है जिससे इसकी कीमतों में गिरावट शुरू हो गई है। पिछले दो दिनों में अरहर की कीमतों में 200 रुपये की गिरावट आ चुकी है। आयातित अरहर के भाव मुंबई में घटकर 5200 रुपये और देसी अरहर के गुलबर्गा में 5300 रुपये प्रति क्विंटल हो गए। म्यांमार में अरहर और उड़द की आवक फरवरी महीने में शुरू होगी तथा मार्च में शिपमेंट शुरू हो जाएगी। फरवरी-मार्च में उड़द की आध्र प्रदेश में भी नई फसल आ जाएगी। ऐसे में इनकी कीमतों में फरवरी-मार्च में गिरावट आने की संभावना है। ग्लोबल दाल इंडस्ट्रीज के डायरेक्टर चंद्रशेखर एस. नादर ने बताया कि रबी में दलहनों की बुवाई में बढ़ोतरी हुई है।फरवरी-मार्च में रबी दलहनों चना, मसूर, उड़द और मूंग की आवक शुरू होने के बाद दलहनों की कीमतों में गिरावट की संभावना है। पिछले दो दिनों में आयातित दालों के भावों में 150 रुपये की गिरावट आकर चने के भाव 2350, मसूर के 4200 रुपये और मूंग के 6100 रुपये प्रति क्विंटल रह गए। कृषि मंत्रालय के अनुसार चालू रबी सीजन में दलहन की बुवाई 117.90 लाख हैक्टेयर में हो चुकी है जा ेकि पिछले साल की समान अवधि के 112.59 लाख के मुकाबले ज्यादा है। खरीफ सीजन में दलहन का उत्पादन पिछले साल के 47.8 लाख टन से घटकर 44.2 लाख टन का ही होने का अनुमान है लेकिन रबी में उत्पादन बढ़ने की संभावना है। (बिज़नस भास्कर.....आर अस राणा)

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