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25 दिसंबर 2009

स्टील उत्पादों के दाम बढ़ाने लगीं कंपनियां

घरेलू स्टील कंपनियों ने स्टील उत्पादों के दाम बढ़ाने शुरू कर दिए हैं। टाटा स्टील ने दाम करीब 2000 रुपये प्रति टन बढ़ाए हैं जबकि सेल ने स्टील उत्पादों पर दी जा रही रियायत में कटौती कर दी है। देश में स्टील की मांग बढ़ने के साथ ही कंपनियों ने तत्काल प्रभाव से बढ़ाए हैं। दूसरी कंपनियां भी इसी तर्ज पर दाम बढ़ाने की सोच रही हैं। जेएसडब्ल्यू भी जल्दी ही दाम बढ़ा सकती है।टाटा स्टील की प्रवक्ता ने बताया कि कंपनी ने अपने लांग स्टील प्रोडक्ट के दाम करीब 2000 रुपये प्रति टन बढ़ाए हैं। उधर सेल की प्रवक्ता ने कहा कि स्टील के लांग और फ्लैट प्रोडक्ट्स पर दी जा रही 750 से 1500 रुपये प्रति टन की छूट तत्काल प्रभाव से खत्म कर दी गई है। आर्थिक मंदी के चलते गिरती मांग को थामने के लिए सेल ने वितरकों को छूट देना शुरू किया था। अब सेल अगले माह दाम बढ़ाने पर विचार कर रही है।जेएसडब्ल्यू के डायरेक्टर जयंत आचार्य ने कहा कि कंस्ट्रक्शन कंपनियों द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली टीएमटी बार के दाम बढ़ाने पर विचार किया जा रहा है। यह मूल्य वृद्धि करीब 2000 रुपये प्रति टन हो सकती है। लांग स्टील प्रोडक्ट मुख्य रूप से इंफ्रास्ट्रक्चर, कंस्ट्रक्शन सेक्टर में इस्तेमाल होते हैं जबकि फ्लैट स्टील प्रोडक्ट उपभोक्ता वस्तुएं बनाने वाली कंपनियां इस्तेमाल करती हैं। आचार्य ने बताया कि स्टील स्क्रैप और लौह अयस्क के दाम बढ़ने के कारण पिछले कुछ महीनों में लांग स्टील के मूल्य में बढ़ोतरी हुई। इसी वजह से हम टीएमटी बार के दाम शुक्रवार से बढ़ाएंगे। मूल्य में करीब पांच-छह फीसदी की बढ़त की जाएगी। जेएसडब्ल्यू स्टील फ्लैट स्टील उत्पादों के दाम जनवरी से बढ़ाने पर विचार कर रही है।स्क्रैप और लौह अयस्क के दाम हाल में करीब 20 से 25 फीसदी बढ़ गए हैं। स्क्रैप के दाम बढ़कर 365 डॉलर जबकि लौह अयस्क के दाम 100-110 डॉलर प्रति टन हो गए। इस कारण कंपनियों की उत्पादन लागत बढ़ गई है। दूसरे स्टील उत्पादक जैसे एस्सार स्टील और इस्पात भी मूल्य बढ़ाने की सोच रहे हैं। उद्योग से जुड़े एक सूत्र के अनुसार एस्सार 700 से 1000 रुपये प्रति टन तक दाम बढ़ाने का फैसला कर चुकी है। वैश्विक स्तर पर स्टील के दाम पिछले महीनों में 100 से 150 डॉलर घटकर करीब 400 डॉलर प्रति टन रह रह गए थे। लेकिन पिछले दो माह में दाम करीब 50 डॉलर प्रति टन बढ़ चुके हैं। (बिज़नस भास्कर)

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