कुल पेज दृश्य

23 जनवरी 2010

रबर की तेजी से कंपनियां मुश्किल में

भारत के साथ ही अंतरराष्ट्रीय बाजार में नेचुरल रबर की कीमतों में आई भारी तेजी से छोटी रबर कंपनियों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। घरेलू मंडियों में नेचुरल रबर के दाम बढ़कर 133-139 रुपये प्रति किलो और सिंगापुर कमोडिटी एक्सचेंज (सीकॉम) में भाव 146-147 रुपये प्रति किलो (भारतीय मुद्रा में) हो गए हैं। भारत की बजाय अंतरराष्ट्रीय बाजार में भाव तेज हैं इसलिए आयात पड़ते भी नहीं लग रहे हैं। रबर प्रॉडक्ट निर्माताओं के संगठन आल इंडिया रबर इंडस्ट्रीज एसोसिएशन (एआईआरएआई) ने केंद्र सरकार से सरकारी एजेंसियों के माध्यम से शुल्क रहित दो लाख टन रबर आयात करके सप्लाई करने की मांग की है। एआईआरएआई के उत्तर भारत के चेयरमैन एम। एल. गुप्ता ने बिजनेस भास्कर को बताया कि आयातित नेचुरल रबर पर 20 फीसदी आयात शुल्क है। भारत के मुकाबले विदेशी बाजार में नेचुरल रबर के भाव करीब छह फीसदी ज्यादा है। जिसके कारण छोटी रबर कंपनियों को नेचुरल रबर के आयात में दिक्कतें आ रही हैं। इसलिए केंद्र सरकार को छोटी रबर कंपनियों के हित के लिए सरकारी कंपनियों एमएमटीसी- एसटीसी के माध्यम से शून्य शुल्क पर दो लाख टन नेचुरल रबर का आयात करना चाहिए। उन्होंने बताया कि इस समय छोटी कंपनियों को अमेरिका और यूरोप से रबर उत्पादों के अच्छे निर्यात सौदे मिल रहे हैं लेकिन कच्चे माल की कीमतों में भारी तेजी के कारण छोटी कंपनियों की लागत में भारी बढ़ोतरी हो चुकी है। एआईआरएआई के उप महासचिव आलोक कुमार गोयल ने बताया कि प्रतिकूल मौसम से पीक सीजन में भी नेचुरल रबर के घरेलू उत्पादन में कमी आई है। जनवरी के बाद पीक सीजन समाप्त हो जाएगा। इसलिए फरवरी में उत्पादन में और कमी आ जाएगी। जबकि उद्योग की मांग में लगातार इजाफा हो रहा है। ऐसे में आगामी दिनों में कीमतें में और भी तेजी के ही आसार हैं। मैसर्स हरिसंस मलयालम लिमिटेड के मैनेजिंग डायरेक्टर पंकज कपूर ने बताया कि भारत की तुलना में विदेशी बाजार में नेचुरल रबर की कीमतों में आई तेजी से आगामी महीनों में आयात भी न के बराबर ही हो पाएगा। जिसका असर घरेलू बाजार में नेचुरल रबर की कीमतों पर पड़ने की संभावना है। भारतीय रबर बोर्ड के मुताबिक दिसंबर महीने में नेचुरल रबर के उत्पादन में करीब 2.2 फीसदी की कमी आकर कुल उत्पादन 98 हजार टन का ही हुआ है जबकि पिछले साल दिसंबर में 100,225 टन उत्पादन हुआ था। चालू वित्त वर्ष के अप्रैल से दिसंबर तक नेचुरल रबर का उत्पादन करीब छह फीसदी घटकर 6.36 लाख टन हुआ है जबकि पिछले साल की समान अवधि में 6.76 लाख टन का हुआ था। दिसंबर महीने में भारत में 4,890 टन का आयात हुआ था जो कि पिछले साल दिसंबर के 3,426 टन से ज्यादा था। चालू सीजन में भारत में नेचुरल रबर का कुल उत्पादन करीब 8.17 लाख टन होने की संभावना है जोकि पिछले साल के 8.81 लाख टन से करीब सात फीसदी कम है।बात पते की॥भारत के मुकाबले विदेशी बाजार में नेचुरल रबर महंगी होने से आयात कम ही रहेगा। इससे घरेलू बाजार में उपलब्धता सीमित रहने से और तेजी आ सकती है। (बिज़नस भास्कर....आर अस राणा)

कोई टिप्पणी नहीं: