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15 अप्रैल 2010

केंद्र 15 लाख टन दालें आयात करेगा

दालों की ऊंची कीमतों से आम उपभोक्ताओं को राहत देने के लिए सरकार चालू वित्त वर्ष 2010-11 में सार्वजनिक कंपनियों के माध्यम से 15 लाख टन दलहन का आयात करेगी। इसके साथ ही दलहन आयात पर सार्वजनिक कंपनियों को 15 फीसदी तक सब्सिडी छह महीने और दी जाएगी। इससे उन्हें दालों के आयात पर 15 फीसदी तक घाटे की भरपाई 30 सिंतबर तक सब्सिडी के जरिये की जाएगी। उपभोक्ता मामले मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बिजनेस भास्कर को बताया कि चालू वित्त वर्ष 2010-11 में सार्वजनिक कंपनियों एमएमटीसी, एसटीसी, पीईसी और नेफेड के माध्यम से 15 लाख टन दालों का आयात करने की योजना है। वित्त वर्ष 2009-10 में सार्वजनिक कंपनियों ने केवल आठ लाख टन दालों का ही आयात किया था। उन्होंने बताया कि अभी हाल ही में ही अधिकार प्राप्त मंत्रियों के समूह (ईजीओएम) की बैठक में सार्वजनिक कंपनियों को दी जा रही 15 फीसदी सब्सिडी की समयाअवधि को भी छह महीने बढ़ा दिया है। उन्होंने बताया कि चने और मटर के घरलू बाजार में दाम कम हैं जबकि विदेश में भी इनकी उपलब्धता ज्यादा है। उड़द, अरहर और मूंग की विदेश में भी उपलब्धता सीमित है। उड़द, अरहर और मूंग का उत्पादन भारत के साथ ही विदेश में भी कम है इसीलिए इनकी कीमतों में फिर से तेजी बननी शुरू हो गई है। दिल्ली थोक बाजार में पिछले डेढ़ महीने में ही उड़द, अरहर और मूंग की कीमतें करीब 17 से 20 फीसदी तक बढ़ चुकी हैं। अरहर दाल की कीमतें फरवरी के आखिर में घटकर 5800 रुपये प्रति क्विंटल रह गई थी जो बढ़कर 6,800 रुपये प्रति क्विंटल हो गई है। इसी तरह से उड़द छिल्का दाल के दाम 4850 रुपये से बढ़कर 5600 रुपये, उड़द धुली के दाम 5900 रुपये से बढ़कर 6700 रुपये और मूंग धुली दाल का भाव 7300 रुपये से बढ़कर 8600 रुपये तथा मूंग छिल्का दाल का भाव 6300 रुपये से बढ़कर 7500 रुपये प्रति क्विंटल हो गया है। आयातित लेमन अरहर का भाव मुंबई पहुंच पिछले डेढ़ महीने में 300 डॉलर प्रति टन बढ़कर 1200 डॉलर प्रति टन हो गया है। इसी तरह उड़द एसक्यू का भाव भी 850 डॉलर से बढ़कर 1170 डॉलर और मूंग पेड़ीसेवा का दाम भी 1100 डॉलर से बढ़कर 1450-1500 डॉलर प्रति टन हो गया है। अधिकारी के अनुसार एसटीएसी, पीईसी, एमएमटीसी और नेफेड के माध्यम से आयात सौदे किए जाएंगे ताकि घरलू बाजार में सप्लाई बढ़ाई जाए। इससे कीमतों को कम करने में कुछ हद तक मदद मिलने की संभावना है। कृषि मंत्रालय द्वारा जारी अग्रिम अनुमान के अनुसार वर्ष 2009-10 में देश में दलहन का 147।4 लाख टन का उत्पादन होने का अनुमान है जो कि वर्ष 2008-09 के 145.7 लाख टन से कुछ कम है। देश में दालों की सालाना खपत करीब 170-180 लाख टन की होती है। rana@businessbhaskar.net (बिज़नस भास्कर)

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