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01 मई 2010

सरकार कर सकती है कच्चे सोने के आयात शुल्क में कटौती

मुंबई April 29, 2010
सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी मिनरल्स ऐंड मेटल्स ट्रेडिंग कार्पोरेशन (एमएमटीसी) ने वाणिज्य मंत्रालय से 'डोर बार' (कच्चे सोने) पर आयात शुल्क में कटौती का अनुरोध किया है।
एमएमटीसी ने कहा है कि रिफाइंड सोने से इस पर शुल्क कम होना चाहिए, जिससे रिफाइनरियों को तर्कसंगत फायदा हो सके। एमएमटीसी भारत की सोना आयात करने वाली प्रमुख कंपनी है।
एमएमटीसी लिमिटेड के चेयरमैन संजीव बत्रा ने बुधवार को एक कार्यक्रम के दौरान कहा, 'हमने दो दिन पहले इस मसले पर वाणिज्य मंत्रालय के साथ विचार विमर्श किया है। मंत्रालय के अधिकारियों ने इस विचार का समर्थन किया है कि कच्चे सोने पर आयात शुल्क, शुध्द सोने से ज्यादा नहीं होना चाहिए। इसलिए जल्द ही इस मसले पर अनुकूल फैसला आने की उम्मीद है।'
कच्चे सोने के आयात पर शुल्क घटाकर 280 रुपये प्रति 10 ग्राम कर दिया गया है, जो इसके पहले तक 400 रुपये प्रति 10 ग्राम था। लेकिन कच्चे सोने पर 140 रुपये प्रति 10 ग्राम का उत्पाद शुल्क लगता है। इस तरह से इस पर कुल शुल्क बढ़कर 420 रुपये प्रति 10 ग्राम हो जाता है, जबकि शुध्द सोने पर आयात शुल्क 300 रुपये प्रति 10 ग्राम लगता है।
बत्रा ने कहा- ऐसी स्थिति में आखिर क्यों कोई घरेलू रिफाइनरी में प्रसंस्करण के लिए कच्चा सोना खरीदेगा, जबकि शुध्द सोने का आयात कम शुल्क पर होता है? उन्होंने कहा कि वर्तमान शुल्क ढांचे में प्रसंस्करण फायदेमंद नहीं है।
एमएमटीसी इस साल अगस्त महीने से उत्पादन की परियोजना पर काम कर रही है और इसके 3 महीने बाद रिफाइनरी से वाणिज्यिक उत्पादन शुरू हो जाएगा। बत्रा ने कहा- हम किसी दूसरे के लिए पुराने सोने के प्रसंस्करण का काम नहीं करेंगे।
इस समय कच्चे स्वर्ण अयस्क डोर बार की खदान- अफ्रीका, रूस या दुनिया के किसी भी हिस्से से प्रसंस्करण के लिए स्विटजरलैंड जाता है, जिससे वर्तमान कीमतों पर सोना मिलता है। अगर लंदन बुलियन मार्केट एसोसिएशन (एलबीएमए) भारत में प्रसंस्कृत सोने को हरी झंडी दे देता है तो उपभोक्ताओं को सोना सस्ती दरों पर मिलने लगेगा।
इसी तरह का प्रस्ताव निजी क्षेत्र के कारोबारियों और एसोसिएशन आफ गोल्ड रिफाइनर्स ऐंड मिंट ने भी दिया है, जो सोने की रिफाइनिंग करने वालों की प्रतिनिधि संस्था है। एमएमटीसी ने पैम्प एसए स्विटजरलैंड के साथ मिलकर हरियाणा में मेडलियन मैन्युफैक्चरिंग ऐंड रिफाइनिंग यूनिट का 90 प्रतिशत से ज्यादा काम पूरा कर लिया है।
शुल्क कटौती से प्रसंस्करण में फायदा
वर्तमान में कच्चे सोने पर कुल मिलाकर 420 रुपये प्रति 10 ग्राम कर लगता है, जबकि शुध्द सोने के आयात पर 300 रुपये प्रति 10 ग्राम शुल्क हैइससे प्रसंस्करण कारोबार हुआ घाटे का सौदाएमएमटीसी को जल्द ही इस मसले पर सकारात्मक परिणाम की उम्मीद (बीस हिंदी)

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