कुल पेज दृश्य

29 अप्रैल 2010

विदेशी बाजार के दबाव से मक्का एमएसपी से नीचे

अमेरिका, अर्जेटीना और ब्राजील में ज्यादा उत्पादन होने के कारण मक्का के दाम भारतीय बाजार के मुकाबले कम चल रहे हैं। भारत से मक्का का निर्यात ठंडा पड़ने के कारण उत्पादक राज्यों बिहार, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक और महाराष्ट्र की मंडियों में मक्का के दाम घटकर न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) से भी नीचे आ गए हैं। चालू फसल सीजन के लिए सरकार ने मक्का का एमएसपी 840 रुपये प्रति `िंटल तया किया है। जबकि बिहार की मंडियों में भाव घटकर 740-750 रुपये, आंध्र प्रदेश की मंडियों में 810-820, कर्नाटक में 800-810 और महाराष्ट्र में 825-830 रुपये प्रति `िंटल रह गए। अमेरिकी ग्रेन काउंसिल में भारत के प्रतिनिधि अमित सचदेव ने बताया कि मक्का के अन्य प्रमुख उत्पादक देशों अमेरिका, अर्जेटीना व ब्राजील में उत्पादन ज्यादा होने से अंतरराष्ट्रीय बाजार में भाव कम हैं। जबकि रुपये के मुकाबले डॉलर भी कमजोर होकर 44।64 के स्तर पर आ गया है। इसलिए मौजूदा भावों में भारत से मक्का निर्यातकों को निर्यात पड़ते नहीं लग रहे हैं। उधर शिकागो बोर्ड ऑफ ट्रेर्ड (सीबीओटी) में जुलाई वायदा अनुबंध में पिछले सप्ताह 2.58 फीसदी की गिरावट आई। सीबॉट में भाव 142.11 डॉलर प्रति टन रह गए। भारत से थोड़ा बहुत निर्यात इंडोनेशिया और मलेशिया को 225 डॉलर प्रति टन (सीएंडएफ) की दर से हो रहा है। बिहार की नौगछिया मंडी के मक्का व्यापारी पवन अग्रवाल ने बताया कि राज्य की मंडियों में मक्का की आवक बढ़कर 60-70 हजार बोरी की हो गई है। गोपाल ट्रेडिंग कंपनी के प्रोपराइटर राजेश अग्रवाल ने बताया कि बिहार से उत्तर भारत के पंजाब, हरियाणा तथा दिल्ली के लिए हर सप्ताह 12 से 15 हजार बोरी मक्का की सप्लाई हो रही है। लेकिन पोल्ट्री और स्टार्च मिलों की मांग कमजोर बनी हुई है। जिससे कीमतों में गिरावट का रुख बना हुआ है। दिल्ली बाजार में पिछले एक सप्ताह में कीमतों में 80 रुपये की गिरावट आकर बुधवार को भाव 970 रुपये प्रति `िंटल रह गए। उधर आंध्र प्रदेश की मंडियों में भाव घटकर 810-820 रुपये, कर्नाटक में 800-810 रुपये और महाराष्ट्र की मंडियों में 825-830 रुपये प्रति `िंटल रह गए। कृषि मंत्रालय के अनुसार वर्ष 2009-10 में भारत में मक्का के उत्पादन का अनुमान 173 लाख टन का है जोकि वर्ष 2008-09 के 197 लाख टन से कम है। हालांकि रबी में मक्का का उत्पादन 56.40 लाख टन होने का अनुमान है जोकि पिछले साल के 56.10 लाख टन से थोड़ा ज्यादा है। उत्पादक राज्यों में मौसम अनुकूल रहा है। जिससे प्रति हैक्टेयर पैदावार में बढ़ोतरी होने की संभावना है।बात पते कीअमेरिका, अर्जेटीना व ब्राजील में उत्पादन ज्यादा होने से विश्व बाजार में भाव कम हैं। रुपया मजबूत हो रहा है। भारतीय मक्का 225 डॉलर जबकि अमेरिकी मक्का 142 डॉलर प्रति टन पर बिक रहा है। (बिज़नस भास्कर....आर अस राणा)

कोई टिप्पणी नहीं: