कुल पेज दृश्य

29 मई 2010

कमोडिटी- इस सप्ताह

कमोडिटी- इस सप्ताहग्लोबल मार्केटदुनिया के सबसे बड़े निर्यातक वियतनाम में इस साल सिर्फ 90 हजार काली मिर्च का उत्पादन होने की संभावना है। खराब मौसम और रोग के कारण 20 फीसदी उत्पादन घट सकता है। वहां से चालू वर्ष के पहले चार माह में 13 करोड़ डॉलर की 43 हजार टन काली मिर्च का निर्यात गिया गया। मूल्य के लिहाज से निर्यात 39।5 फीसदी और मात्रा के लिहाज से 9.6 फीसदी ज्यादा रहा।अमेरिका ने वर्ष 2009 के दौरान 65,855 टन काली मिर्च का आयात किया। जबकि वर्ष 2008 में 64,789 टन काली मिर्च का आयात किया गया था।इंडोनेशिया में चालू वर्ष के दौरान अल नीनो के प्रभाव से चालू वर्ष में काली मिर्च उत्पादन 30-35 फीसदी घट सकता है। ब्राजील में भी प्रतिकूल मौसम के कारण उत्पादन में 30 से 40 फीसदी तक की कमी आने का अनुमान है।घरेलू बाजारभारत से बीते वित्त वर्ष के दौरान काली मिर्च का निर्यात काफी कम रहा। इसके विपरीत आयात काफी ज्यादा रहा। कोच्चि पोर्ट से निर्यात 17,366 टन से घटकर 16,517 टन रह गया। दूसरी ओर काली मिर्च आयात 10,800 टन से बढ़कर 25,350 टन तक पहुंच गया।भारत में काली मिर्च का सालान औसत उपभोग करीब 40,000 टन रहता है जबकि औसत उत्पादन 55,000 टन प्रति वर्ष रहता है। दूसरी ओर दुनिया के सबसे बड़े उत्पादक वियतनाम में 120,000 टन उत्पादन रहता है जबकि घरेलू खपत 3,500 टन रहती है।मौजूता सीजन में ताजा संकेतों के अनुसार भारत में उत्पादन थोड़ा बढ़कर 55,000 टन के आसपास रहने की संभावना है।भावी दिशाअगले पखवाड़े के दौरान वियतनाम में नई फसल आने की संभावना है।इंडोनेशिया और ब्राजील में स्टॉक के अनुसार काली मिर्च के मूल्य की दिशा तय होगी। इंडोनेशिया और वियतनाम से निर्यात बढ़ने का अनुमान है।देश में मानसून आगे बढ़ रहा है और अच्छा बारिश होने की संभावना है।घरेलू सप्लाई के अनुसार काली मिर्च के मूल्य को दिशा मिलेगी। श्रीलंका से काली मिर्च का आयात होने की संभावना है।मूल्य संभावनाघरेलू बाजार में काली मिर्च के वायदा बाजार में भाव 16,200 से 17700 रुपये प्रति क्विंटल के बीच रहने की उम्मीद है। (बिज़नस भास्कर)

कोई टिप्पणी नहीं: