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13 मई 2010

आभूषण निर्यातकों का मार्जिन घटा

निर्यात पर भी दिखने लगा है महंगे सोने का असररत्न व आभूषण निर्यातकों को अब महंगे सोने से दो-चार होना पड़ रहा है। इसके चलते आभूषण निर्यातकों के लाभ मार्जिन में पांच फीसदी तक गिरावट की आशंका है। सोने में तेजी से नए ऑडरों पर भी कुछ समय के लिए ब्रेक लग गया है। हालांकि नए वित्त वर्ष शुरुआत रत्नाभूषण निर्यात के लिहाज से बेहतर रही है। लेकिन सोने में तेजी से निर्यात वृद्धि दर पर भी असर पड़ सकता है। रत्न व आभूषण निर्यात संवर्धन परिषद (जेजेईपीसी) के चैयरमेन बंसत मेहता ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने के भाव 1200 डॉलर प्रति औंस से ऊपर निकलने से निर्यातकों के लाभ मार्जिन पर असर आना लाजिमी है। लेकिन इसका सबसे ज्यादा असर नए ऑर्डर पर पड़ने की आशंका है। उन्होंने बताया कि अमूमन निर्यात ऑर्डर मिलने के साथ ही निर्यातक 90 फीसदी सोने के वायदा सौदे कर लेते हैं। लेकिन जिन्होंने इसमें ढील दे दी, उनको घाटा उठाना पड़ सकता है। हालांकि उन्होंने सोने में अब और बड़ी तेजी आने की संभावना से इंकार किया है। जेजेईपीसी के वाइस चैयरमेन राजीव जैन ने कहा कि सोने में तेजी से आभूषण निर्यातकों का मार्जिन पांच फीसदी कम हो गया है। अगर तेजी नहीं थमी तो निर्यातकों की मुश्किलें और बढ़ जाएंगी। वैसे भी सोने के भाव एक हजार डॉलर के उपर निकलने के बाद से कई निर्यातकों ने आभूषणों में वैकल्पिक मेटल का उपयोग शुरू कर दिया है। जयपुर के आभूषण निर्यातक कालाजी ज्वैलरी के प्रबंध निदेशक विवेक काला ने कहा कि सोने में तेजी से लाभ मार्जिन तो घटा ही है, इससे कई निर्यातकों को बड़ा घाटा होने की भी आशंका है। उन्होंने बताया कि सोने में तेजी से आभूषण निर्यातकों की लागत भी बढ़ी है। गहनों की बिक्री प्रभावितनई दिल्ली ह्व अक्षय तृतीया और शादी के सीजन में गहनों की मांग पर सोने की तेजी भारी पड़ रही है। पिछले तीन दिनों में दिल्ली सराफा बाजार में सोने की कीमतों में 3।4 फीसदी की तेजी आकर बुधवार को भाव 18,340 रुपये प्रति दस ग्राम हो गए। ऐसे में सोने के गहनों की बिक्री वैल्यू के हिसाब से तो बढ़ रही है लेकिन मात्रा के हिसाब से घट रही है। दिल्ली बुलियन एंड ज्वैलर्स वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष वी के गोयल ने बताया कि सोने की कीमतों में आई भारी तेजी का असर गहनों की बिक्री पर पड़ रहा है। अक्षय तृतीया और ब्याह-शादियों के सीजन में गहनों की बिक्री बढ़ जाती है लेकिन भाव तेज होने से इस बार गहनों की बिक्री पिछले साल की तुलना में करीब 25 से 30 फीसदी कम रहने की आशंका है। वर्ष 2009 में अक्षय तृतीया के मौके पर सोने का दाम 14,700 रुपये प्रति दस ग्राम था जबकि इस समय भाव 18,340 रुपये प्रति दस ग्राम है। पीपी ज्वैलर्स के निदेशक राहुल गुप्ता ने बताया कि सोने की कीमतों में भारी तेजी से गहनों की बिक्री वैल्यू के हिसाब से तो बढ़ रही है लेकिन वाल्यूम के हिसाब से घट रही है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने के दाम अभी और बढ़ने की संभावना है जिसका असर घरलू बाजार में इसकी कीमतों पर पड़ेगा। ऐसे में अक्षय तृतीया पर भी गहनों की बिक्री सामान्य से कम रहने की आशंका है। तनिष्क के वाईस प्रेसिडेंट (रिटेल एंड मार्किटिंग) संदीप कुलहाली ने बताया कि पिछले तीन दिनों में घरलू बाजार में सोने के दाम काफी बढ़े हैं। इसका असर गहनों की बिक्री पर पड़ने की संभावना तो है लेकिन अक्षय तृतीया पर सोने की खरीद को शुभ माना जाता है तथा ब्याह-शादियों में गहनों की खरीद जरूरी है। ऑल इंडिया सराफा एसोसिएशन के अध्यक्ष शील चंद जैन ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने का दाम रिकार्ड स्तर पर पहुंचने के कारण घरलू बाजार में इसकी तेजी को बल मिला है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में पिछले तीन दिनों में ही सोने के दाम 3.1 फीसदी बढ़ चुके हैं। दस मई को अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने का भाव 1,202 डॉलर प्रति औंस था जबकि बुधवार को 1,240 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गया। (ब्यूरो) (बिसनेस भास्कर)

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