कुल पेज दृश्य

17 जून 2010

बढ़ सकता है दलहन उत्पादन

नई दिल्ली June 15, 2010
दलहन के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) में भारी बढ़ोतरी होने से इनकी खेती में किसानों की रुचि बढऩे की उम्मीद है। इससे आने वाले वर्षो में देश में इनके उत्पादन में बढ़ोतरी हो सकती है। वहीं, दूसरी ओर एमएसपी में इजाफे से उपभोक्ताओं को दालों की अधिक कीमत चुकानी पड़ सकती है।उत्तर प्रदेश के कानपुर स्थित भारतीय दलहन अनुसंधान संस्थान (आईआईपीआर) के निदेशक एन। नदराजन ने बिजनेस स्टैंडर्ड को बताया कि दलहन के एमएसपी में बढ़ोतरी से किसानों को दलहन की खेती करने के लिए प्रोत्साहन मिलेगा। किसान इसकी बुआई अधिक कर सकते हैं। उनका कहना है कि इस समय देश में खरीफ के लिए दलहन की बुआई चल रही है। ऐसे में किसानों द्वारा अधिक बुआई के चलते देश में दलहन की पैदावार बढऩे की संभावना है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार इस वर्ष 11 जून तक 0.99 लाख हेक्टेयर में दालों की बुआई हो चुकी है, पिछली समान अवधि में यह आंकडा़ 0.83 लाख हेक्टेयर था।उधर, एमएसपी बढऩे से उपभोक्ताओं की जेब पर जरूर मार पड़ सकती है। दिल्ली के दाल कारोबारी अनिल गुप्ता का कहना है कि एमएसपी बढऩे का असर दालों की कीमतों पर पड़ सकता है। आने वाले दिनों मे दालों की कीमतों में इजाफा हो सकता है। इस बारे में नदराजन का मानना है कि एमएसपी बढऩे से किसानों को जरूर फायदा होगा, लेकिन उपभोक्ताओं को दालों के लिए अधिक दाम चुकाने होंगे। ऐसे में सरकार को दालों के दाम नियंत्रित करने की जरूरत है। उनके मुताबिक किसानों को मिलने वाले दालों के दाम और उपभोक्ताओं द्वारा चुकाए जाने वाले दालों के भाव में भारी अंतर होता है। इस तरह बिचौलियों की काफी कमाई हो जाती है। इसलिए इस दिशा में कड़े कदम उठाने की आवश्यकता है जिससे किसानों और उपभोक्ताओं दोनों को फायदा हो सके। केंद्र सरकार ने पिछले सप्ताह अरहर दाल का एमएसपी 700 रुपये बढ़ाकर 3,000 रुपये प्रति क्विंटल, मूंग का 410 रुपये बढ़ाकर 3,170 रुपये प्रति क्विंटल और उड़द का 380 रुपये बढ़ाकर 2,900 रुपये कर दिया था। सरकार ने किसानों द्वारा आवक के दो माह के दौरान बिक्री करने पर 500 रुपये प्रति क्विंटल का अतिरिक्त बोनस देने की भी घोषणा की है। कृषि मंत्रालय के तीसरे अग्रिम अनुमान के मुताबिक वर्ष 2009-10 में कुल 147.7 लाख टन दालों का उत्पादन होने का अनुमान है। पिछली समान अवधि में यह आंकड़ा 145.7 लाख टन था। दालों की सालाना खपत 170-180 लाख टन है। सरकार ने वर्ष 2009-10 के दौरान करीब लाख 34 लाख टन दालों का आयात किया है। (बीएस हिंदी)

कोई टिप्पणी नहीं: