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10 जुलाई 2010

एशिया में लौह अयस्क 7फीसदी सस्ता

पिछले एक सप्ताह के दौरान एशियाई बाजारों में लौह अयस्क के दाम करीब सात फीसदी गिर गए। कारोबारियों का अनुमान है कि आगे भी मूल्य में गिरावट आ सकती है क्योंकि चीन की स्टील मिलों ने उत्पादन में कटौती का संकेत दिया है। उड़ीसा की ट्रेडिंग कंपनी एसकेटीसी के मैनेजिंग पार्टनर ध्रुव गोयल ने कहा कि चीन की मिलें नए कॉगरे का आर्डर देने के बजाय बंदरगाहों पर पड़े लौह अयस्क उठाने में ज्यादा दिलचस्पी ले रही हैं। गोयल ने आखिरी बिक्री सौदा एक सप्ताह पहले किया था। उन्होंने बताया कि वह कम दाम पर कॉगरे सप्लाई करने को तैयार हैं लेकिन कोई खरीदार नहीं है। उधर चीन की कंसल्टेंट फर्म मायस्टील ने भारतीय लौह अयस्क (63।5 फीसदी आयरन कंटेंट) का भाड़ा मिलाकर मूल्य 132 डॉलर प्रति टन बताया। यह मूल्य एक सप्ताह के 142 डॉलर से काफी कम है। गोयल ने कहा कि वह इस क्वालिटी का लौह अयस्क 128 डॉलर प्रति टन (सी एंड एफ) के भाव पर बेचने को तैयार हैं।बीजिंग में एक व्यापारी ने कहा कि स्टील मिलें लौह अयस्क का कम स्टॉक रखने की कोशिश कर रही हैं। कुछ स्टील निर्माता उत्पादन में कटौती कर रहे हैं। यही वजह है कि आयातित लौह अयस्क की खरीद कमजोर चल रही है। अप्रैल के बाद से एशिया में लौह अयस्क के दाम करीब 33 फीसदी घट चुके हैं। दुनिया के सबसे बड़े स्टील निर्माता देश चीन में मांग बढ़ने के कारण लौह अयस्क के दाम 200 डॉलर प्रति टन तक चले गए थे। चीन के स्टील के दाम फिर से गिर गए हैं और मिल संचालकों और कारोबारियों को दाम सुधरने के कोई संकेत नहीं दिखाई दे रहे हैं क्योंकि मिलें गर्मियों के सीजन में स्टॉक निकाल रही हैं। (बिज़नस भास्कर)

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