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24 जुलाई 2010

खाद्य तेल भी जेब पर भारी

दालों व सब्जियों के बाद अब खाद्य तेलों की कीमतें बढऩी शुरू हो गई हैं। पिछले एक महीने में घरेलू बाजार में खाद्य तेलों के दाम थोक बाजार में 2।50 रुपये से 10 रुपये प्रति किलो तक बढ़ चुके हैं। आयातित खाद्य तेलों की कीमतों में भी इस दौरान 3.4 से 5.4 फीसदी की तेजी आई है। चालू तेल वर्ष के पहले आठ महीनों में खाद्य तेलों का आयात चार फीसदी घटा है, जबकि घरेलू तिलहनों का उत्पादन करीब 28 लाख टन कम होने का अनुमान है। ऐसे में आगामी दिनों में उपभोक्ताओं को खाद्य तेलों के भी ज्यादा दाम चुकाने पड़ सकते हैं।दिल्ली वेजिटेबल ऑयल ट्रेडर्स एसोसिएशन के सचिव हेमंत गुप्ता ने बताया कि पिछले एक महीने में आयातित खाद्य तेलों के दाम बढ़े हैं। वैसे भी अगस्त महीने में त्योहारी सीजन शुरू हो जाएगा, इसलिए घरेलू बाजार में खाद्य तेलों की मांग पहले की तुलना में बढ़ गई है। बारिश के मौसम में अमूमन खाद्य तेलों की खपत बढ़ जाती है, इसलिए पिछले एक महीने में घरेलू बाजार में खाद्य तेलों के थोक दाम करीब 2.5 से 10 रुपये प्रति किलो तक बढ़ चुके हैं।सरसों तेल का भाव जयपुर में पिछले एक महीने में 470 रुपये से बढ़कर 530 रुपये, सोयाबीन रिफाइंड तेल का भाव इंदौर में 445 रुपये से बढ़कर 485 रुपये, क्रूड पॉम तेल का भाव कांडला बंदरगाह पर 365 रुपये से बढ़कर 390 रुपये, आरबीडी पामोलीन का भाव इस दौरान 388 रुपये से बढ़कर 425 रुपये और राजकोट में मूंगफली तेल का भाव 725 रुपये से बढ़कर 825 रुपये प्रति दस किलो हो गए। एसवी एसोसिएट्स के डायरेक्टर सतीश अग्रवाल ने बताया कि आयातित खाद्य तेलों के दाम भी पिछले एक महीने में 3.4 फीसदी से 5.4 फीसदी बढ़े हैं। क्रूड पाम तेल का भाव मुंबई में 17 जून को 790 डॉलर प्रति टन (सीएंडएफ) था जो शुक्रवार को बढ़कर 817 डॉलर प्रति टन हो गया। इस दौरान आरबीडी पामोलीन का भाव 792 डॉलर से बढ़कर 835 डॉलर प्रति टन हो गया। साल्वेंट एक्सट्रेक्टर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एसईए) के अनुसार चालू तेल वर्ष के पहले आठ महीनों (नवंबर-09 से जून-10) के दौरान कुल 55.81 लाख टन खाद्य तेलों का आयात हो चुका है, जो गत वर्ष की समान अवधि के मुकाबले करीब चार फीसदी कम है। पिछले छह महीने में आयात में लगातार कमी आई है। हालांकि घरेलू बाजार में तिलहनों का बकाया स्टॉक अच्छा है, लेकिन नीचे भावों पर स्टॉकिस्टों की बिकवाली कम आने से भी तेजी को बल मिला है।महंगाई की मारघरेलू तिलहन का भारी स्टॉक होने के बावजूद तेजीस्टॉकिस्ट कम भाव पर बेचने को तैयार नहीं पिछले आठ माह में खाद्य तेलों का आयात 4' घटाविदेशी बाजारों में भी तेजी का रुख (बिज़नस भास्कर....आर अस राणा)

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