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16 अगस्त 2010

किसानों ने बढ़ाई खरीफ की बुआई की रफ्तार

नई दिल्ली August 15, 2010
पिछले सप्ताह सामान्य से कम बारिश हुई, जबकि उसके पहले के दो सप्ताह में देश भर में जोरदार बारिश हुई थी। किसानों ने जमीन की नमी का भरपूर इस्तेमाल किया और खरीफ की बुआई पूरी करने में लगे रहे। 13 अगस्त तक 889 लाख हेक्टेयर रकबे पर बुआई का काम पूरा हो चुका है, जबकि खरीब में बुआई का सामान्य रकबा 1045 लाख हेक्टेयर है। इस तरह से 13 अगस्त तक ही 85 प्रतिशत बुआई हो चुकी थी। वहीं जलाशयों में भी स्थिति सामान्य हुई है। 12 अगस्त को जलाशयों में सामान्य से 1 प्रतिशत ज्यादा पानी था। जुलाई के तीसरे सप्ताह तक जलाशयों में सामान्य से 35 प्रतिशत कम बारिश चिंता की वजह थी। वहीं देश के पूर्वी इलाकों में स्थिति अभी भी चिंताजनक है। वहां मॉनसूनी बारिश कम हुई है। पूर्व और पूर्वोत्तर इलाकों में अगस्त की शुरुआत तक मॉनसूनी बारिश सामान्य से 23 प्रतिशत कम थी, जो अब बढ़कर 25 प्रतिशत हो गई है। देश के 8 सब डिवीजन में बारिश कम हुई है, जिनमें झारखंड (-48 प्रतिशत), पूर्वी उत्तर प्रदेश (-43 प्रतिशत), बिहार (-32 प्रतिशत), पश्चिम बंगाल के गंगा के क्षेत्र (-32 प्रतिशत) और असम-मेघालय (-32 प्रतिशत) शामिल हैं। खेती के हिसाब से देखें तो बिहार में 28 जिले सूखाग्रस्त घोषित किए जा चुके हैं। उत्तरी पश्चिम बंगाल के कुछ जिलों में बुआई की स्थिति बहुत खराब है और झारखंड के कुछ इलाकों में सूखे के चलते बुआई नहीं हो पाई है। इन इलाकों के कुछ हिस्सों मेंं तो 50 प्रतिशत से कम बुआई हुई है। अब बुआई का समय खत्म होने को है। पश्चिम बंगाल और बिहार के कुछ इलाकों में तो धान के पौध सूख रहे हैं। इससे भी बुरा यह है कि मौसम विभाग का अनुमान है कि इन इलाकों में अगले सप्ताह में भी बारिश सामान्य से कम होगी और ऐसी स्थिति अगस्त के अंत तक बनी रह सकती है। वहीं 3 और सब डिवीजन में भी बारिश की कमी है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश (-22 प्रतिशत), पूर्वी मध्य प्रदेश (-21 प्रतिशत), पश्चिमी मध्य प्रदेश (20 प्रतिशत) में भी बारिश कम हुई है। लेकिन यहां सिंचाई की सुविधा उपलब्ध होने की वजह से बुआई की स्थिति सामान्य है। कुल मिलाकर खेती की स्थिति उम्मीद जगाती है। कृषि भवन का अनुमान है कि खरीफ में उत्पादन 2008-09 के 2340 लाख टन के उत्पादन के रिकॉर्ड को पार कर जाएगा। इस उम्मीद की कुछ वजहें हैं। पहला- कुल बारिश करीब सामान्य है। यह लंबी अवधि के औसत से 4 प्रतिशत कम है। वहीं देश के 36 मौसम अनुमंडलों में से 28 में सामान्य बारिश हुई है जो देश के कुल क्षेत्रफल का 73 प्रतिशत है। रिपोर्ट के मुताबिक बुआई की स्थिति बेहतर है और फसलों को भी कोई नुकसान नहीं हुआ है। उर्वरकों की बिक्री भी बेहतर रही है। इसके साथ ही देश के 81 बड़े जलाशयों में जलस्तर बढ़कर 12 अगस्त को 67 अरब घन मीटर हो गया है। जो पिछले साल से 26 फीसदी ज्यादा है। (BS Hindi)

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