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16 अगस्त 2010

निर्यात रोक हटने की संभावना से कपास तेज

अक्टूबर से कपास निर्यात पर लगी रोक हटने की संभावना से शुक्रवार को कपास वायदा अनुबंधों में तेजी आ गई। एनसीडीईएक्स में कपास अप्रैल वायदा 1.6 फीसदी की बढ़त के साथ 652.50 रुपये प्रति क्विंटल पर पहुंच गया। इस बारे में कर्वी कॉमट्रेड के विश्लेषक वीरेश हिरेमिथ ने बताया कि देश के कपास उत्पादक कुछ क्षेत्रों में ज्यादा बारिश के कारण कपास की फसल को नुकसान होने संबंधी कुछ अपुष्ट खबरों का भी बाजार पर असर पड़ा है। बकौल वीरेश कपास में यह तेजी रह सकती है।हल्दीएनसीडीईएक्स में हल्दी नवंबर वायदा 2.7फीसदी गिरकर 12,760 रुपये प्रति क्विंटल के स्तर पर आ गई। हल्दी अक्टूबर वायदा में भी 2.6फीसदी की गिरावट रही। विश्लेषकों का मानना है कि आंध्र प्रदेश में मौसम अच्छा रहने की खबरों का हल्दी पर नकारात्मक असर हुआ है। बेहतर मौसम के चलते हल्दी की पैदावार बढऩे की संभावना जताई जा रही है। निवेशकों के अनुसार हल्दी में गिरावट रह सकती है।क्रूड ऑयलएमसीएक्स में क्रूड ऑयल जनवरी वायदा 1.03फीसदी गिरकर 3.730 रुपये प्रति बैरल पर आ गया। इसके अलावा क्रूड के दूसरे अनुबंधों में भी गिरावट रही। निवेशकों का मानना है कि क्रूड के दाम 3500 रुपये प्रति डॉलर तक नीचे आ सकते है। पिछले दिनों विश्व बाजार में क्रूड का नकारात्मक रुख रहने का असर घरेलू वायदा पर पड़ा है।जिंकएमसीएक्स में जिंक सितंबर वायदा 0.42फीसदी बढ़कर 96.70 रुपये प्रति किलो के स्तर तक पहुंच गया। साथ ही जिंक अगस्त वायदा में भी 0.47फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई। शेअरखान कमोडिटीज के विश्लेषक प्रवीन सिंह के अनुसार अमेरिका व यूरोप के शेयर बाजार गिरने का जिंक पर सकारात्मक असर हुआ है। निवेशकों के अनुसार मौजूदा स्तर पर जिंक कुछ समय टिक सकता है या मामूली बढ़त हो सकती है। (Buisness Bhaskar)

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