कुल पेज दृश्य

27 सितंबर 2010

कमोडिटी ट्रैकर - सस्ती हो सकती है मूंगफली

चालू खरीफ सीजन में मूंगफली की पैदावार 54 फीसदी बढऩे का अनुमान है। गुजरात की उत्पादक मंडियों में नई फसल की छिटपुट आवक शुरू हो गई है तथा अक्टूबर के मध्य बाद आवक बढऩी शुरू हो जाएगी। दीपावली तक आंध्र प्रदेश और राजस्थान में नई फसल की आवक बढ़ जाएगी। इससे मूंगफली तेल और सीड की मौजूदा कीमतों में गिरावट आने की संभावना है। कृषि मंत्रालय द्वारा जारी आरंभिक अनुमान के अनुसार चालू खरीफ में मूंगफली का उत्पादन बढ़कर 56.6 लाख टन होने का अनुमान है जबकि पिछले साल 36.6 लाख टन का उत्पादन हुआ था। हालांकि उद्योग सूत्रों के अनुसार उत्पादन सरकारी अनुमान से काफी कम रहेगा। उद्योग ने चालू खरीफ में 39 लाख टन मूंगफली के उत्पादन का अनुमान लगाया है जबकि पिछले साल 32 लाख टन का उत्पादन हुआ था। गुजरात की उत्पादक मंडियों में नई मूंगफली की छिटपुट आवक शुरू हो गई है तथा अगले पंद्रह-बीस दिनों में आवक बढऩे की संभावना है। उधर आंध्र प्रदेश और राजस्थान में नई फसल की आवक का दबाव दीपावली के आसपास बनेगा। इस समय उत्पादक मंडियों में मूंगफली का बकाया स्टॉक न के बराबर है जबकि घरेलू मांग अच्छी बनी हुई है। गुजरात की मंडियों में मूंगफली का भाव 3,750 रुपये प्रति क्विंटल चल रहा है जबकि तेल का भाव 900 रुपये प्रति 10 किलो है।मूंगफली की मौजूदा कीमतों में आवक का दबाव बनने पर करीब 250 रुपये प्रति क्विंटल का मंदा आने की संभावना है। हालांकि सरकार ने कंज्यूमर पैक में पांच किलो तक की पैकिंग में 10,000 टन खाद्य तेलों के निर्यात की मंजूरी तो दे रखी है लेकिन निर्यात न के बराबर ही हो रहा है। सरकार कंज्यूमर पैक की अनिवायर्ता हटा दे, तो मूंगफली तेल के निर्यात में बढ़ोतरी हो सकती है। उत्पादक मंडियों में स्टॉक कम है लेकिन आवक का दबाव बनने पर मूंगफली तेल की मौजूदा कीमतों में करीब 100-150 रुपये प्रति 10 किलो की गिरावट आने की संभावना है। पिछले साल देश के कई राज्यों में सूखे जैसे हालात बन गए थे, जिससे मूंगफली के उत्पादन पर ज्यादा असर पड़ा था। मूंगफली का उत्पादन खरीफ और रबी दोनों सीजनों में होता है लेकिन प्रमुख फसल खरीफ में ही आती है। कृषि मंत्रालय के अनुसार चालू खरीफ में मूंगफली की बुवाई बढ़कर 49.37 लाख हैक्टेयर में हुई है जबकि पिछले साल की समान अवधि में इसकी बुवाई 43.66 लाख हैक्टेयर में ही बुवाई हुई थी। प्रमुख उत्पादक राज्य गुजरात में चालू खरीफ में मूंगफली की बुवाई 16.73 लाख हैक्टेयर में हुई है जबकि पिछले साल की समान अवधि में 16.58 लाख हैक्टेयर में हुई थी। आंध्र प्रदेश में चालू खरीफ में बुवाई 10.11 लाख हैक्टेयर से बढ़कर 13.50 लाख हैक्टेयर में, कर्नाटक में 5.62 लाख हैक्टेयर से बढ़कर 6.46 लाख हैक्टेयर में और राजस्थान में 3.15 लाख हैक्टेयर से बढ़कर 3.33 लाख हैक्टेयर में हो चुकी है।- आर.एस. राणा rana@businessbhaskar.netबात पते की - कंज्यूमर पैक में मूंगफली तेल का निर्यात नगण्य है। उत्पादक मंडियों में स्टॉक कम है लेकिन आवक का दबाव बनने पर मूंगफली तेल की मौजूदा कीमतों में करीब 100-150 रुपये प्रति 10 किलो की गिरावट आने की संभावना है। मूंगफली 250 रुपये प्रति क्विंटल तक सस्ती हो सकती है। (Business Bhaskar.....aar as rana)

कोई टिप्पणी नहीं: