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30 सितंबर 2010

एफसीआई का स्टॉक अब ऑनलाइन

मुंबई September 27, 2010
अनाज भंडारण करने वाली सरकारी एजेंसी भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) ने काम में पारदर्शिता लाने के लिए अपनी समस्त गतिविधियों को ऑनलाइन करने की योजना बनाई है। एफसीआई ने टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) से संपूर्ण वित्तीय पैकेज की खातिर सॉफ्टवेयर हासिल किया है। अब एजेंसी खाद्यान्न की आवक और उसे आवंटित किए जाने की समूची जानकारी ऑनलाइन करेगी।उम्मीद की जा रही है कि विभाग 46 साल पुरानी व्यवस्था से निजात पाकर अब प्रक्रियागत कामों में होने वाली अनावश्यक देर से बचेगा और उसके काम में तेजी आएगी। अब तक एफसीआई के क्षेत्रीय कार्यालय ही खाद्यान्न की उपलब्धता और गोदामों में उनकी स्थिति के बारे में दैनिक, साप्ताहिक, मासिक, त्रैमासिक और सालाना आधार पर जारी की जाती थी। एफसीआई के चेयरमैन सिराज हुसैन ने बताया, 'टीसीएस ने हमें सॉफ्टवेयर उपलब्ध कराया है। देशभर में स्थित हमारे सभी गोदाम इससे जुड़े रहेंगे। पहली बार एफसीआई ने ऐसा कदम उठाया है। यह काम मेरी प्राथमिकता में था।इस योजना की शुरुआत महाराष्टï्र में इसी महीने की गई और राज्य के क्षेत्रीय कार्यालय अपने गोदामों में स्थित अनाज की स्थिति और तमाम वित्तीय जानकारियां ऑनलाइन प्रकाशित कर रहे हैं। महाराष्टï्र के आंकड़ों से पता चलता है कि राज्य सरकार को पिछले साल संरक्षित धान में से 1.21 लाख टन चावल की आपूर्ति करनी अभी शेष है।ऑनलाइन अकाउंटिंग के फायदों के बारे में बात करते हुए हुसैन ने कहा कि देश को इस बारे में ताजा जानकारी होनी चाहिए कि इस केंद्रीय संस्थान के पास जमा अनाज की क्या स्थिति है। हालांकि दैनिक, सप्ताहिक, मासिक और इसी क्रम में जानकारी देने का मौजूदा तरीका भी लागू रहेगा। हुसैन ने कहा कि इससे काम में तेजी आएगी और किफायत बढ़ेगी।उल्लेखनीय है कि इस वर्ष 31 अगस्त तक देश में 5.03 करोड़ टन अनाज का स्टॉक होने के बावजूद एफसीआई अक्टूबर में और चावल के भंडारण की योजना बना रहा है। अभी विभिन्न राज्यों में 2.99 करोड़ टन गेहूं और 2.05 करोड़ टन चावल का भंडारण है। उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों अनाज के सडऩे की घटनाएं सामने आई थीं। भंडारण की समस्या से निपटने के दो तरीके हैं। पहली बात तो यह कि अनाज के भंडारण की क्षमता बढ़ा दी जाए, दूसरे उनके आवंटन की गति को तेज किया जाए। माना जा रहा कि स्टॉक के आंकड़े ऑनलाइन उपलब्ध रहने की दशा में उसके आवंटन की गति भी तेज होगी। (BS Hindi)

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