कुल पेज दृश्य

24 नवंबर 2010

त्योहारी मांग से विदेशों में बढ़ी आभूषणों की चमक

मुंबई November 23, 2010
अमेरिका और यूरोपीय संघ समेत विकसित देशों में सीजन आधारित मांग बढऩे से देश के रत्न एवं आभूषणों के निर्यात में भारी बढ़ोतरी दर्ज हुई है। निर्यात में यह वृद्घि कारोबारियों की उम्मीदों के अनुरूप है। रत्न एवं आभूषण निर्यात संवद्र्धन परिषद (जीजेईपीसी) द्वारा जारी ताजा आंकड़ों के अनुसार अक्टूबर माह में रत्न एवं आभूषणों का कुल निर्यात डॉलर के हिसाब में 37.82 फीसदी बढ़कर 2.92 अरब डॉलर हो गया जबकि पिछले साल इसी अवधि में 2.12 अरब डॉलर का निर्यात किया गया था। इसी तरह रुपये के हिसाब से देखें तो निर्यात में यह वृद्घि करीब 31 फीसदी रही। अक्टूबर माह में कुल 12,979.19 करोड़ रुपये के रत्न एवं आभूषणों का निर्यात किया गया जबकि पिछले साल इसी माह में कुल निर्यात 9,907.61 करोड़ रुपये का रहा था। जीजेईपीसी के चेयरमैन राजीव जैन नेे पहले अनुमान व्यक्त किया था कि चालू त्योहारी सीजन के दौरान विदेशों में रत्न एवं आभूषणों की मांग 15 से 20 फीसदी की दर से बढ़ेगी। विदेशों में क्रिसमस, नव वर्ष और मदर्स डे जैसे त्योहारों को लेकर अभी से ही जमकर रत्न, अभूषण एवं हीरे आदि की खरीदारी कर रहे हैं। आंकड़ों के मुताबिक चालू वित्त वर्ष में अप्रैल से अक्टूबर के दौरान रत्न एवं आभूषणों का कुल निर्यात 41.64 फीसदी बढ़कर 21.39 अरब डॉलर हो गया जबकि पिछले साल इसी अवधि में यह 15.10 अरब डॉलर रहा था। इसी तरह रुपये के हिसाब में देखें तो इस अवधि में निर्यात 34.48 फीसदी उछलकर 98,088.53 करोड़ रुपये हो गया। इसी तरह अक्टूबर माह में रत्न एवं आभूषणों का आयात भी 33.69 फीसदी बढ़कर 2.30 अरब डॉलर रहा। पिछले साल इसी माह में यह 1.72 अरब डॉलर रहा था। चालू वित्त वर्ष के पहले 7 माह में कच्चे हीरे का आयात 44.86 फीसदी बढ़कर 6.58 अरब डॉलर पहुंच गया जबकि गत वर्ष की इसी अवधि में 4.54 अरब डॉलर का आयात हुआ था। करीब दो माह के शीत मौसम में अमेरिका और यूरोपीय देशों में रत्न, आभूषणों की खूब मांग रहती है। इसकी तुलना भारत में दीवाली और धनतेरस से की जा सकती है। इसकी शुरुआत क्रिसमस से होती है जबकि फरवरी में मदर्स डे के बाद इस त्योहार सीजन की समाप्ति मानी जाती है। अमेरिका में आभूषणों की साल भर की कुल बिक्री का करीब 40 फीसदी बिक्री इसी त्योहारी सीजन के दौरान हो जाती है। अमेरिका में ज्यादातर आभूषण भारत से मंगाए जाते हैं। यही कारण है कि देश के कुल आभूषण निर्यात का करीब 37 फीसदी हिस्से का निर्यात इसी अवधि के दौरान होता है। (BS Hindi)

कोई टिप्पणी नहीं: