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13 दिसंबर 2010

फरवरी में आवक बढऩे पर केस्टर में नरमी की संभावना

चालू सीजन में केस्टर सीड का उत्पादन 21.6 फीसदी बढऩे का अनुमान है। जबकि इस समय केस्टर तेल में चीन और यूरोपीय देशों की अच्छी मांग बनी हुई है। वर्तमान में उत्पादक मंडियों में केस्टर सीड का भाव 3,950-4,000 रुपये प्रति क्विंटल चल रहा है। ऐसे में आवक का दबाव बनने पर फरवरी में मौजूदा कीमतों में दस से बारह फीसदी की गिरावट तो आ सकती है लेकिन किसी भारी गिरावट की संभावना नहीं है। जयंत एग्रो र्ओनामिक लिमिटेड के एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर वामन भाई ने बताया कि उत्पादक मंडियों में केस्टर सीड का भाव 790 से 800 रुपये प्रति 20 किलो और तेल का भाव 880 से 900 रुपये प्रति 10 किलो चल रहा है। उत्पादक मंडियों में केस्टर सीड का बकाया स्टॉक न के बराबर बचा हुआ है जबकि नई फसल करीब एक महीना लेट हो गई है। निर्यातकों ने केस्टर तेल के भविष्य के सौदे कर रखे हैं इसीलिए कीमतों में तेजी आई है। अगले पंद्रह-बीस दिनों में उत्पादक मंडियों में आवक तो बढ़ जायेगी लेकिन कीमतों में गिरावट फरवरी महीने में ही आने की संभावना है। उन्होंने बताया कि केस्टर तेल की घरेलू खपत भी बढ़कर 1.25 से 1.50 लाख टन की हो गई है जबकि वर्ष 2011 में निर्यात में और भी बढ़ोतरी की संभावना है। एस सी केमिकल के मैनेजिंग डायरेक्टर कुशल राज पारिख ने बताया कि चालू वर्ष 2010 में जनवरी से दिसंबर के अंत तक केस्टर तेल का निर्यात 3.75 लाख टन होने का अनुमान है जबकि वर्ष 2009 में इसका निर्यात 2.90 लाख टन का हुआ ही था। चीन की बढ़ी हुई मांग को देखते हुए वर्ष 2011 में केस्टर तेल के निर्यात में और भी बढ़ोतरी होने की संभावना है। चीन के आयातक इस समय 1850 से 1900 डॉलर प्रति टन की दर से आयात सौदे कर रहे हैं। साल्वेंट एक्सट्रेक्टर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एसईए) के अनुसार वर्ष 2010-11 में केस्टर सीड का उत्पादन बढ़कर 11.80 लाख टन होने का अनुमान है जबकि वर्ष 2009-10 में इसका उत्पादन 9.7 लाख टन का ही हुआ था। वर्ष 2009-10 में 4.4 लाख टन केस्टर तेल की उपलब्धता हुई थी जबकि वर्ष 2010-11 में यह उपलब्धता बढ़कर 5.31 लाख टन होने की संभावना है। मेहसाना के थोक कारोबारी रौनक भाई ने बताया कि प्लांटों की भारी मांग से मंडी में केस्टर सीड का भाव बढ़कर 3,950 से 4,000 रुपये प्रति क्विंटल हो गया है। आंध्रप्रदेश में नई फसल की आवक हो रही है लेकिन प्रमुख उत्पादक राज्यों गुजरात और राजस्थान में फसल लेट हो गई है। केस्टर सीड का उत्पादन तो बढऩे की संभावना है लेकिन इसके अनुपात में निर्यात भी बढ़ेगा। इसीलिए मौजूदा कीमतों में 450-500 रुपये प्रति क्विंटल की गिरावट तो आ सकती है लेकिन भारी गिरावट की संभावना नहीं है।बात पते कीफिलहाल उत्पादक मंडियों में केस्टर सीड का भाव 3,950-4,000 रुपये प्रति क्विंटल चल रहा है। आवक का दबाव बनने पर फरवरी में मौजूदा कीमतों में दस से बारह फीसदी की गिरावट हो सकती है। लेकिन भारी गिरावट की कोई संभावना नहीं है। (Business Bhaskar......R S Rana)

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