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19 जनवरी 2011

निर्यातकों की मांग से कपास के मूल्य में और तेजी संभव

निर्यातकों के साथ घरेलू मिलों की मांग से कपास की कीमतें पांच से सात फीसदी बढऩे की संभावना है। पिछले सप्ताह भर में ही इसके दाम 7.1 फीसदी बढ़ चुके हैं। अहमदाबाद में शंकर-6 किस्म की कपास का भाव दस जनवरी को 42,000 रुपये प्रति कैंडी (प्रति कैंडी 356 किलो) था, जो बढ़कर 45,000 रुपये प्रति कैंडी हो गया। निर्यातकों को अगले 40 दिन में 19 लाख गांठ (प्रति गांठ 170 किलो) कपास का निर्यात करना है। नॉर्थ इंडिया कॉटन एसोसिएशन के अध्यक्ष राकेश राठी ने बताया कि डीजीएफटी ने 19 लाख गांठ कपास निर्यात के लिए निर्यातकों को कोटा जारी कर दिया है।
इसमें कोलकाता की एक कंपनी को एक लाख गांठ कपास निर्यात का परमिट मिला है लेकिन ज्यादातर निर्यातकों को 500-500 गांठ निर्यात की मंजूरी मिली है। निर्यातकों को 25 फरवरी तक निर्यात करना है इसीलिए निर्यातकों की खरीद बढ़ गई है। जिससे पिछले एक सप्ताह में कपास की कीमतों में करीब 3,000 रुपये प्रति कैंडी की तेजी आ चुकी है। उधर, मंडियों में कपास की आवक पहले की तुलना में कम हो गई है। ऐसे में मौजूदा कीमतों में और भी तेजी की संभावना है।
मुक्तसर कॉटन प्रा. लि. के मैनेजिंग डायरेक्टर नवीन ग्रोवर ने बताया कि बाढ़ से पाकिस्तान, चीन और ऑस्ट्रेलिया में फसल को नुकसान हुआ है। पाकिस्तान में कपास उत्पादन 1.27 करोड़ गांठ (प्रति गांठ 170 किलो) से घटकर 1.12 करोड़ गांठ होने का अनुमान है। उधर चीन में उत्पादन घटकर 3 करोड़ गांठ और ऑस्ट्रेलिया में 40 लाख गांठ से घटकर 38 लाख गांठ (चीन और ऑस्ट्रेलिया में प्रति गांठ 240 किलो) अनुमान है।
चीन और पाकिस्तान प्रमुख उत्पादक देश है। इनमें उत्पादन कम होने के कारण ही अंतरराष्ट्रीय बाजार में कपास की कीमतें पिछले साल की तुलना में करीब 70 फीसदी ज्यादा हैं। परफेक्ट कॉटन कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर चंदूलाल ठक्कर ने बताया कि अभी तक 36 लाख गांठ कपास का निर्यात हो चुका है। सरकार द्वारा तय किए गए निर्यात के लिए 55 लाख गांठ में से 19 लाख गांठ का निर्यात आगामी 40 दिन में करना है।
ऐसे में निर्यातकों की मांग और बढऩे की संभावना है, साथ ही घरेलू मिलों की मांग भी रहेगी। इसीलिए तेजी को बल मिल रहा है। न्यूयार्क बोर्ड ऑफ ट्रेड में कॉटन मार्च वायदा बढ़कर 141.44 सेंट प्रति पाउंड हो गया। पिछले साल 13 जनवरी को इसका भाव 73.43 सेंट प्रति पाउंड था।
कॉटन कारपोरेशन ऑफ इंडिया (सीसीआई) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि कॉटन एडवायजरी बोर्ड (सीएबी) की ताजा रिपोर्ट के अनुसार चालू सीजन में कपास का घरेलू उत्पादन 329 लाख गांठ होने का अनुमान है। जबकि पिछले साल उत्पादन 295 लाख गांठ का हुआ था। अभी तक मंडियों में 162 लाख गांठ की आवक हो चुकी है। पिछले साल इस समय तक 152 लाख गांठ की आवक हुई थी।बात पते की - चालू सीजन में कपास का घरेलू उत्पादन 329 लाख गांठ रह सकता है। जबकि पिछले साल उत्पादन 295 लाख गांठ का हुआ था। अभी तक मंडियों में 162 लाख गांठ की आवक हो चुकी है। (Business Bhaskar.....R S Rana)

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