कुल पेज दृश्य

08 फ़रवरी 2011

रबर उत्पादन में मामूली बढ़ोतरी

कोच्चि February 07, 2011
साल 2011 में अप्रैल-जनवरी के दौरान प्राकृतिक रबर के उत्पादन में 2.8 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई। हालांकि अप्रैल-दिसंबर की अवधि में भी 2.8 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई थी, यानी उïत्पादन उसी स्तर पर बरकरार रहा। रबर बोर्ड के प्रारंभिक अनुमान के मुताबिक, इस दौरान खपत में 1.8 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई। अप्रैल-जनवरी की अवधि में खपत में मामूली बढ़ोतरी देखी गई जबकि अप्रैल-दिसंबर की अवधि में खपत में 1.6 फीसदी का इजाफा हुआ था। जनवरी महीने में प्राकृतिक रबर की खपत में काफी उलटफेर देखा गया क्योंकि कुल बढ़ोतरी महज 1.3 फीसदी की रही। दिसंबर महीने में खपत 1.3 फीसदी के नकारात्मक स्तर पर पहुंच गया था। जनवरी महीने में खपत बढ़कर 81000 टन पर पहुंच गया जबकि दिसंबर 2010 में यह 77500 टन था। जनवरी में उत्पादन बढ़कर 98800 टन पर पहुंच गया जबकि पिछले साल की समान अवधि में यह 97500 टन था। इस तरह इसमें 1.3 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई।अप्रैल-जनवरी के दौरान कुल उत्पादन बढ़कर 7,49,950 टन पर पहुंच गया जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में यह 7,29,250 टन रहा था। इस अवधि में खपत बढ़कर 7,89,230 टन पर पहुंच गया जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में यह 7,75,565 टन पर था।एक ओर जहां रबर का इस्तेमाल करने वाले और स्टॉकिस्ट देश में इसकी भारी किल्लत की शिकायत कर रहे हैं, वहीं रबर बोर्ड का अनुमान कुछ और कह रहा है। रबर बोर्ड के ताजा आंकड़ों में कहा गया है कि जनवरी के आखिर में देश में 3,27,115 टन रबर का स्टॉक था जबकि दिसंबर 2010 में कुल स्टॉक 2,91,530 टन का था। ऑटोमोटिव टायर मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन (एटमा) के सूत्रों का कहना है कि बोर्ड ने अपने आंकड़े करीब 50-60 फीसदी बढ़ाकर पेश किया है क्योंकि स्थानीय बाजार में रबर की आपूर्ति हाल के समय में काफी कम रही है। उन्होंंने बिजनेस स्टैंडर्ड को बताया कि एक ओर जहां रबर के अग्रणी ïउत्पादक देशों में इसका स्टॉक कमी का रुख दर्शा रहा है, वहीं सिर्फ भारत में यह हर महीने तेजी से बढ़ता नजर आ रहा है जबकि टायर व प्राकृतिक रबर का इस्तेमाल करने वाले अन्य उद्योग इसकी भारी किल्लत महसूस कर रहे हैं। यह सही नहीं है और इसे स्थापित करने की कोशिश हो रही है कि स्थानीय बाजार में रबर उपलब्ध है। उन्होंंने कहा कि यह आकलन की गलती हो सकती है या फिर विगत में हुई गलती का नतीजा। अगर बोर्ड का अनुमान सही है तो देश में कुल सालाना उत्पादन का 38.5 फीसदी स्टॉक है। पिछले स्टॉक व आयात का आकलन करने के बाद भी यह आंकड़ा गलत नजर आ रहा है, जो सरकारी फैसले पर गंभीर असर डाल सकता है। रबर बोर्ड के संशोधित अनुमान के मुताबिक साल 2010-11 में रबर का कुल उत्पादन 8,51,000 होगा और पिछले साल के 8,31,400 टन के मुकाबले यह 2.4 फीसदी की बढ़त दर्शा रहा है। (BS Hindi)

कोई टिप्पणी नहीं: