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21 मार्च 2011

नई फसल के दबाव से घटने लगे खाद्य तेलों के दाम

थोक बाजार :- पिछले दस दिनों में थोक बाजार में खाद्य तेलों की कीमतों में 30 से 35 रुपये प्रति दस किलो की गिरावट आ चुकी है। खुदरा बाजार :-थोक भाव में आई गिरावट से आगामी दिनों में फुटकर में भी खाद्य तेल सस्ते होंगे। इससे उपभोक्ताओं को राहत मिलेगी।विदेश के साथ घरेलू तिलहनों की फसल आने से खाद्य तेलों की थोक कीमतों में गिरावट आने लगी है। खाद्य तेलों की थोक कीमतों में पिछले दस दिनों में तीन से साढ़े तीन रुपये प्रति किलो की गिरावट आ चुकी है। आगामी दिनों में इनके दाम तीन से चार रुपये प्रति किलो और घटने की संभावना है। फुटकर में इस समय सरसों तेल का भाव 78-80 रुपये, मूंगफली तेल का 128-130 रुपये, सोया रिफाइंड तेल का 79-81 रुपये किलो चल रहा है। थोक भाव में आई गिरावट से आगामी दिनों में उपभोक्ताओं को सस्ते खाद्य तेल मिल सकेंगे। दिल्ली वेजिटेबल ऑयल ट्रेडर्स एसोसिएशन के सचिव हेमंत गुप्ता ने बताया कि अर्जेंटीना, ब्राजील के साथ भारत में तिलहनों की आवक बनने से खाद्य तेलों के दाम घटने शुरू हो गए हैं। पिछले दस दिनों में थोक बाजार में खाद्य तेलों की कीमतों में 30 से 35 रुपये प्रति दस किलो की गिरावट आ चुकी है। शुक्रवार को इंदौर में सोया रिफाइंड तेल 600 रुपये, हरियाणा में बिनौला तेल 550 रुपये, दादरी में सरसों तेल 585 रुपये, कांडला बंदरगाह पर पाम तेल 515 रुपये, आरबीडी पाम तेल 540 रुपये और राजकोट में मूंगफली तेल 735 रुपये प्रति 10 दस किलो रह गया। होली के बाद मांग और कम हो जाएगी, जिससे मौजूदा कीमतों में और भी 30 से 40 रुपये प्रति दस किलो का मंदा आने की संभावना है। अमेरिकी कृषि विभाग (यूएसडीए) के भारत में स्थित एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि ब्राजील में सोयाबीन का उत्पादन फरवरी के अनुमान के मुकाबले 15 लाख टन ज्यादा करीब 700 लाख टन होने की संभावना है। जबकि अर्जेंटीना में 495 लाख टन पैदावार होने का अनुमान है। एंजेल कमोडिटी के सीनियर एग्री विश्लेषक बद्दरुद्दीन ने बताया कि पाम तेल का मुंबई पहुंच भाव शुक्रवार को घटकर 1,140 डॉलर प्रति टन (सीएंडएफ) रह गया जबकि 21 फरवरी को इसका भाव 1,255 डॉलर प्रति टन था। आरबीडी पामोलीन का मुंबई पहुंच भाव इस दौरान 1,300 डॉलर से घटकर 1,210 डॉलर प्रति टन (सीएंडएफ) रह गए। एमसीएक्स में अप्रैल महीने के वायदा अनुबंध में सोया तेल का भाव पांच मार्च को 653.80 रुपये प्रति दस किलो था जो 16 मार्च को घटकर 595 रुपये प्रति दस किलो रह गया। हालांकि नीचे भावों में मुनाफावसूली से शुक्रवार को 616 रुपये प्रति दस किलो पर कारोबार करते देखा गया लेकिन भविष्य में दाम घटने की ही संभावना है। साई सिमरन फूड लिमिटेड के डायरेक्टर नरेश गोयनका ने बताया कि घरेलू तिलहनों की आवक मंडियों में शुरू हो गई है जबकि आयातित खाद्य तेलों के दाम घटे हैं। इसीलिए आगामी दिनों में खाद्य तेलों की कीमतों में मंदे की ही संभावना है। कृषि मंत्रालय के दूसरे आरंभिक अनुमान के अनुसार वर्ष 2010-11 में 182.19 लाख टन तिलहनों का उत्पादन होगा जबकि वर्ष 2009-10 में 157.29 लाख टन का उत्पादन हुआ था। (Business Bhaskar.....R S Rana)

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