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05 मार्च 2011

मौसम बिगडऩे से आलू के मूल्य में तेजी का रुख

क्यों आई तेजी:- खराब मौसम के कारण खेतों से आलू की खुदाई कम हो रही है। जबकि स्टॉकिस्टों की मांग बढऩे लगी है। मार्च में मौसम गर्म हो जाता है जिससे आलू की निकासी बढ़ जाती है। लेकिन चालू सीजन में मौसम ठंडा होने से किसानों पर निकासी का दबाव नहीं है। मंडियों में सप्लाई :- दिल्ली की आजादपुर मंडी में आलू की दैनिक आवक मंडी में 100 से 125 ट्रकों की हो रही है। आगरा में आवक कम होने के कारण अभी तक 20 से 25 फीसदी आलू ही कोल्ड स्टोर में गया है। जबकि पिछले साल इस समय तक 40 से 50 फीसदी आलू जा चुका था।उत्तर प्रदेश के प्रमुख आलू उत्पादक क्षेत्रों में मौसम खराब होने से आलू की खुदाई प्रभावित हो रही है। जबकि स्टॉकिस्टों ने कोल्ड स्टोर में आलू रखना शुरू कर दिया है। इसीलिए पिछले 10-12 दिनों में आलू की थोक कीमतों में करीब 33% की तेजी आ चुकी है। दिल्ली की आजादपुर मंडी में शुक्रवार को भाव बढ़कर 250 से 300 रुपये प्रति 50 किलो हो गए।
पोटेटो ओनियन मर्चेंट्स एसोसिएशन (पोमा) के अध्यक्ष त्रिलोक चंद शर्मा ने बताया कि खराब मौसम के कारण खेतों से आलू की खेतों से खुदाई कम हो रही है। जबकि स्टॉकिस्टों की मांग बढऩे लगी है। इसीलिए कीमतों में तेजी आई है। आजादपुर मंडी में आलू के भाव बढ़कर 250 से 300 रुपये प्रति 50 किलो हो गए। जबकि 21 फरवरी को आलू का भाव मंडी में 170 से 225 रुपये प्रति 50 किलो था। आलू की दैनिक आवक मंडी में 100 से 125 ट्रकों की हो रही है।
उन्होंने बताया कि अप्रैल तक उत्तर प्रदेश से नए आलू की आवक बराबर बनी रहेगी। जबकि मई में पंजाब और हिमाचल के आलू की आवक शुरू हो जाती है। जून में कोल्ड स्टोर से आलू निकलना शुरू हो जाता है। वैसे भी उत्पादक क्षेत्रों मे मौसम साफ होते ही आलू की आवक बढ़ जाएगी, इसीलिए मौजूदा कीमतों में ज्यादा तेजी की संभावना नहीं है।
उद्यान एंव खाद्य प्रसंस्करण विभाग उत्तर प्रदेश के उप निदेशक (आलू) जे. के. गुप्ता ने बताया कि मार्च में मौसम गर्म हो जाता है जिससे आलू की निकासी बढ़ जाती है। लेकिन चालू सीजन में मौसम ठंडा होने के कारण किसानों पर निकासी का दबाव नहीं है। उन्होंने बताया कि चालू सीजन में उत्तर प्रदेश में आलू का उत्पादन बढ़कर 150 से 165 लाख टन होने का अनुमान है। आगरा कोल्ड स्टोरेज एसोसिएशन के अध्यक्ष सुर्दशन सिंघल ने बताया कि आवक कम होने के कारण अभी तक 20 से 25 फीसदी आलू ही कोल्ड स्टोर में गया है। जबकि पिछले साल इस समय तक 40 से 50 फीसदी आलू जा चुका था।
पिछले सीजन में आगरा लाइन में 3.60 करोड़ कट्टे (एक कट्टा-50 किलो) का स्टॉक हुआ था। उत्पादक क्षेत्रों में आलू का भाव बढ़कर 250 से 275 रुपये प्रति 50 किलो हो गया है। पोटेटो सीड फार्मर्स कन्फेडरेशन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि रूस ने भारत से 5,000 टन आलू आयात के सौदे किए हैं। उन्होंने बताया कि ईरान, इराक और दुबई में आलू निर्यात की काफी संभावनाए हैं। (Business Bhaskar....R S Rana)

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