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14 मार्च 2011

ब्याज दरों से तांबा बेदम

नई दिल्ली March 11, 2011
महंगाई नियंत्रित करने के लिए कई देशों द्वारा बढ़ाई गई ब्याज दरों और यूरो की मजबूती का असर तांबे की कीमतों पर देखा जा रहा है। क्षेत्र के विश्लेषकों का कहना है कि कुछ देशों ने मौद्रिक नीति समीक्षा में ब्याज दरें बढ़ा दी हैं जिससे अंतरराष्ट्रीय बाजार में धातुओं की खरीद कम होने लगी है। मुख्य उपभोक्ता देश चीन में फरवरी महीने में तांबे के आयात में 35 फीसदी की गिरावट आई है। इसके साथ ही डॉलर भी यूरो के मुकाबले मजबूत हुआ है। इस माह ही तांबे की कीमतों में 10 फीसदी तक की गिरावट आ चुकी हैं। खरीद घटने से लंदन मेटल एक्सचेंज (एलएमई) में तांबे की इन्वेंट्री में भी कमी आई है। एलएमई में यह दो माह के निम्न स्तर पर आ गया है।इस माह एलएमई में तांबे के दाम 9,919 डॉलर से घटकर करीब 9,040 डॉलर प्रति टन रह गए हैं। वहीं मल्टीकमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) में 1 मार्च को तांबे का अप्रैल अनुबंध 450.90 रुपये प्रति किलो पर बंद हुआ था, जो 11 मार्च को घटकर 413 रुपये प्रति किलो पर आ गया। एलएमई में इस दौरान तांबे की इन्वेंट्री 6,000 टन से अधिक बढ़कर 4.25 लाख टन हो गई।धातु विश्लेषक अभिषेक शर्मा ने बताया कि चीन, भारत, थाईलैंड, कोरिया, बैंकाक और ब्रिटेन सहित अन्य देशों ने महंगाई को काबू में करने के लिए मौद्रिक नीति कठोर करते हुए ब्याज दरें बढाई है। तांबे की खरीद में कमी के चलते पिछले माह तांबे में 10190 डॉलर प्रति टन का रिकॉर्ड बनाने के बाद 10 फीसदी से अधिक गिरावट आ चुकी है। ऐंजल ब्रोकिंग के वरिष्ठï धातु विश्लेषक अनुज गुप्ता का कहना है कि तांबे की गिरावट की प्रमुख वजह चीन के आयात में भारी कमी आना है। फरवरी महीने में चीन में तांबे का आयात 35 फीसदी गिरकर 2,35469 लाख टन रह गया। गुप्ता बताते है कि मिस्र के बाद लीबिया में संकट का असर भी धातु बाजार पर पड़ा है। इसके अलावा पहले के मुकाबले डॉलर भी मजबूत हुआ है। शर्मा इस संबंध में बताते है कि यूरो के मुकाबले डॉलर मजबूत होने से भी तांबे की कीमतों में गिरावट को बल मिला है। दिल्ली के तांबा कारोबारी सुरेशचंद गुप्ता का कहना है कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में जिस तरह से तांबे के दाम गिरे है, उसे देखते हुए घरेलू बाजार में भी आगे इसकी कीमतों में और गिरावट आ सकती है। बकौल शर्मा हाजिर बाजार में तांबे की मांग मजबूत बनी हुई है। इंटरनैशनल कॉपर स्टडी ग्रुप (आईसीएसजी) के मुताबिक वर्ष 2010 के पहले 11 माह के दौरान तांबे की खपत 7.2 फीसदी बढ़ी है। (BS Hindi)

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