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04 अप्रैल 2011

रोटरी से बढ़ी लागत

सोनीपतकुंडली मानेसर पलवल एक्सप्रेस वे पर अब २० साल की बजाय 23 से 25 साल तक टोल टैक्स देना पड़ेगा। जीरो किलोमीटर पर बनाई गई रोटरी से निर्माण कंपनी की लागत बढ़ गई है। कंपनी लागत सरकार से मांग कर रही है। ऐसे में सरकार के पास टोल अवधि बढ़ाने के अलावा कोई चारा ही नहीं होगा। इसके लिए डीएस कंपनी कंस्ट्रक्शन कंपनी पांच साल अतिरिक्त टोल अवधि की मांग कर रही है।दिल्ली से मानेसर होते हुए पलवल जाने वाले १३५ किलोमीटर लंबे कुंडली मानेसर पलवल (केएमपी) का निर्माण कार्य पिछले पांच वर्ष से चल रहा है, लेकिन अभी तक काम पूरा नहीं हो सका है। केएमपी का निर्माण कर रही डीएस कंस्ट्रक्शन केएमपी बनाने की बजाय निर्माण लागत बढऩे का रोना रो रही है। जीरो किलोमीटर पर बनाई जा रही रोटरी को लेकर निर्माण कंपनी पशोपेश में है। कंपनी अधिकारियों का कहना है कि इस पर सौ करोड़ से भी अधिक की लागत आएगी। साथ ही अभी तक इसकी ड्राइंग भी फाइनल नहीं है। यह लागत और भी बढ़ सकती है। साथ ही अन्य निर्माण भी हुए हैं, जो कांट्रेक्ट समय प्रस्तावित नहीं थे। निर्माण कंपनी ने सरकार से मांग की है कि उन्हें बढ़ी कीमत दी जाए या फिर पांच वर्ष की अवधि के लिए टोल अधिक वसूलने की इजाजत दी जाए। (Dainik Bhaskar)

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