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09 मई 2011

गेहूं उत्पादन : सरकारी अनुमान को लग सकता है झटका

पीला रतुआ और बारिश व ओलावृष्टि से हरियाणा के कई जिलों में फसल को 15 से 20' तक नुकसान हुआ हैआर.एस. राणा/नरेश बातिश कुरुक्षेत्र/लुधियाना <ङ्खद्बठ्ठद्दस्रद्बठ्ठद्दह्य>ह्व<क्चद्धड्डह्यद्मड्डह्म्> इस बार गेहूं उत्पादन के सरकारी अनुमानों को झटका लग सकता है। कृषि मंत्रालय के तीसरे आरंभिक अनुमान के मुताबिक इस वर्ष 842.7 लाख टन गेहूं का रिकार्ड उत्पादन होगा। लेकिन बिजनेस भास्कर ने दो प्रमुख गेहूं उत्पादक राज्यों हरियाणा और पंजाब का दौरा किया तो हकीकत डगमगाती नजर आई। पंजाब में तो हालात काफी ठीक दिखे लेकिन हरियाणा के कई जिलों में पैदावार कम रहने का अंदेशा नजर आया। यहां कई इलाकों में फसल पीला रतुआ बीमारी और बारिश-ओलावृष्टि का शिकार हुई है। दूसरी ओर पंजाब की कुछ मंडियों में अभी गेहूं उठान की समस्या बनी हुई है।करनाल जिले में अभी तक हुई गेहूं की खरीद पिछले साल से 16 फीसदी कम है। करनाल की मंडी में तो गेहूं की आवक 27 फीसदी कम है। कुरुक्षेत्र में खरीद पिछले साल से 17 फीसदी और पानीपत में करीब 2.5 फीसदी कम है। कैथल और सोनीपत जिले की कई मंडियों में अभी तक दो से छह फीसदी कम खरीद हुई है। हरियाणा में किसान उत्पादन प्रभावित होने की बात कर ही रहे हैं, सरकारी अमला भी इसे मान रहा है। करनाल के एक किसान ने बताया कि पिछले साल प्रति एकड़ 23 से 24 क्विंटल गेहूं का उत्पादन हुआ था लेकिन इस साल यह घटकर 14 से 15 क्विंटल रह गया। गेहूं अनुसंधान निदेशालय की प्रोजेक्ट डायरेक्टर डॉ. इंदु शर्मा ने भी माना कि जिन इलाकों में किसानों ने पीला रतुआ की बीमारी से बचाव के लिए दवाई का छिड़काव नहीं किया वहां उत्पादन प्रभावित हुआ है। पंजाब की ग्राउंड रिपोर्ट हरियाणा के विपरीत निकली। यहां प्रति एकड़ पैदावार बढऩे से किसान खुश हैं। मंडियों में भी गेहूं की आवक भी पिछले साल से ज्यादा है। हालांकि यहां की मंडियों में उठान की समस्या बनी हुई है। यहां निजी कंपनियों की तरफ से खरीद बहुत कम हो रही है। राज्य में इस बार गेहूं का उत्पादन सात-आठ लाख टन बढऩे की संभावना है। कुल उत्पादन 160 लाख टन तक पहुंच सकता है। मंडियों में अब तक 100 लाख टन तक गेहूं पहुंच चुका है। हफ्ते भर में यहां गेहूं की आवक पूरी हो जाएगी। इस साल 108-110 लाख टन तक गेहूं की आवक की उम्मीद है। पिछले साल मंडियों में 103.95 लाख टन गेहूं की आवक हुई थी। पंजाब कृषि विभाग के संयुक्त निदेशक गुरदयाल सिंह के मुताबिक राज्य में इस बार मौसम अनुकूल रहने से गेहूं का कुल उत्पादन 160 लाख टन तक पहुंचने की संभावना है, जो पिछले साल करीब 151.69 लाख टन था। (Business Bhaskar....R S Rana)

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