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16 जुलाई 2011

दूसरी हरित क्रांति की जरूरतः प्रधानमंत्री

सीएनबीसी आवाज़
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कृषि सेक्टर की खस्ता हालत पर चिंता जाहिर की है। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के मुताबिक कृषि सेक्टर काफी मुश्किल दौर से गुजर रहा है और देश में दूसरी हरित क्रांति की जरूरत है।
मनमोहन सिंह के मुताबिक कृषि की स्थिति सुधारने के लिए 2020 तक कृषि रिसर्च और डेवलपमेंट पर 2-3 गुना निवेश बढ़ाना होगा। प्रधानमंत्री के मुताबिक 2010-2011 में देश में खाद्यान का रिकॉर्ड उत्पादन हुआ है। लेकिन ये ग्रोथ आगे कायम रहना मुश्किल है। इसलिए सरकार को 11वीं पंचवर्षीय योजना में कृषि ग्रोथ 4 फीसदी के मुकाबले 3 फीसदी रहने की ही उम्मीद है।
प्रधानमंत्री ने बढ़ती महंगाई दर पर भी चिंता जाहिर करते हुए कहा कि खाने-पीने की चीजों के दाम पर काबू पाने की जरूरत है। इसके लिए कृषि उत्पादन बढ़ाना होगा, जो देश में दूसरी हरित क्रांति के जरिए हो सकता है।
वहीं इस मामले पर कृषि विशेषज्ञ देवेंद्र शर्मा का कहना है कि सरकार को बयानबाजी करने की बजाए ठोस कदम उठाने चाहिए। देश में खाद्य महंगाई के इतनी तेजी से बढ़ने की बड़ी वजह नहीं है। मांग-आपूर्ति के बीच अंतर वास्तविक नहीं बल्कि जानबूझकर पैदा किया गया है।
देश में कृषि उत्पादन ठीक तरीके से बढ़ रहा है और कालाबाजारी रोकने के लिए सरकार को रिटेल और थोक कारोबारियों पर खाद्यान्न स्टॉक की सही सीमा लगानी चाहिए।
देवेंद्र शर्मा का कहना है कि 2020 की बात करने के बजाए सरकार को फौरन कड़े कदम उठाकर महंगाई को काबू करना चाहिए। (Mani Cantrol)

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