कुल पेज दृश्य

16 दिसंबर 2011

भारतीय गेहूं को अर्जेंटीना यूक्रेन से कड़ी टक्कर

- सरकार ने सितंबर में गेहूं निर्यात पर लगी रोक हटाई थी
सितंबर से अब तक सिर्फ 3.16 लाख टन गेहूं निर्यात के सौदे हुए
घरेलू बाजार
इन दिनों दिल्ली में गेहूं का दाम 1,175 रुपये प्रति क्विंटल चल रहा है। जबकि सरकार ने रबी विपणन सीजन के लिए गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य बढ़ाकर 1,285 रुपये प्रति क्विंटल तय किया है।

283-316 डॉलर प्रति टन (सीएंडएफ) के भाव पर बांग्लादेश और मलेशिया को भारत से गेहूं का निर्यात किया गया
214-235 डॉलर प्रति टन (एफओबी) पर गेहूं निर्यात कर रहे हैं यूक्रेन, मलेशिया और ऑस्ट्रेलिया के निर्यात

अंतरराष्ट्रीय बाजार में भारतीय गेहूं को अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया और यूक्रेन से कड़ी टक्कर मिल रही है। सितंबर में गेहूं निर्यात की अनुमति दिए जाने के बाद से अब तक केवल 3.60 लाख टन गेहूं निर्यात के सौदे हो पाए हैं। इनमें दो लाख टन मलेशिया और 1.60 लाख टन बांग्लादेश को निर्यात किया गया है।

दूसरे देशों का गेहूं सस्ता होने के कारण भारत से निर्यात में तेजी नहीं आ पा रही है। खाद्य मामलों पर प्रणब मुखर्जी की अध्यक्षता वाले मंत्रियों के अधिकार प्राप्त समूह (ईजीओएम) ने 8 सितंबर को गेहूं के निर्यात पर लगी रोक को हटाया था।

प्रवीन कॉमर्शियल कंपनी के डायरेक्टर नवीन गुप्ता ने बताया कि बांग्लादेश और मलेशिया ने ही भारत से गेहूं का आयात किया है। सितंबर से अभी तक केवल 3.16 लाख टन गेहूं निर्यात के सौदे हुए हैं। इसमें मलेशिया ने 2 लाख टन और बांग्लादेश ने 1.60 लाख टन गेहूं का आयात किया है। बांग्लादेश ने और 50 हजार टन गेहूं के आयात के लिए निविदा मांगी है जो 21 नवंबर को बंद होनी है।

ये आर्डर भारतीय निर्यातक को मिलने की संभावना है। आरती रोलर फ्लोर इंडस्ट्रीज लिमिटेड के मैनेजिंग डायरेक्टर बी. सी. सिंगला ने बताया कि बांग्लादेश को 283 डॉलर प्रति टन (सीएंडएफ) और मलेशिया को 316 डॉलर प्रति टन (सीएंडएफ) की दर से निर्यात सौदे हुए हैं।

उधर यूक्रेन के गेहूं का भाव 214 डॉलर प्रति टन एफओबी है जो मलेशिया पहुंचने पर 302-303 डॉलर प्रति टन बैठेगा। इसीलिए मलेशिया की आयात मांग भारत से कम हो गई है। यूक्रेन के पास इस समय करीब 30 लाख टन अतिरिक्त गेहूं बचा है।

ईटीसी एग्रो के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि अर्जेंटीना में गेहूं की नई फसल की आवक शुरू हो गई है तथा अर्जेंटीना में 160-165 लाख टन का उत्पादन होने का अनुमान है जबकि घरेलू खपत 70-80 लाख टन की ही है। अर्जेंटीना 235 डॉलर प्रति टन (एफओबी) पर बिकवाली कर रहा है। ऑस्ट्रेलिया में भी चालू सीजन में 290 लाख टन गेहूं का उत्पादन होने का अनुमान है।

वहां के निर्यातक 218 डॉलर प्रति टन (एफओबी) का भाव बता रहे हैं। भारत के मुकाबले ऑस्ट्रेलिया, यूक्रेन और अर्जेंटीना का गेहूं सस्ता होने के कारण ही भारत से गेहूं का निर्यात सीमित मात्रा में ही हो पा रहा है।
केंद्रीय पूल में एक दिसंबर को 276.56 लाख टन गेहूं का भारी-भरकम स्टॉक बचा हुआ है जबकि चालू रबी में गेहूं का उत्पादन 840 लाख टन होने का अनुमान है। (Business Bhaskar....R S Rana)

कोई टिप्पणी नहीं: