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02 अप्रैल 2012

गेहूं भंडारण में आएगी सरकार को मुश्किल

आर.एस. राणा नई दिल्ली

भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई ) और राज्य सरकारों की मिलाकर कुल खाद्यान्न भंडारण क्षमता करीब 575 लाख टन की है जबकि केंद्रीय पूल में एक मार्च को ही 545 लाख टन का स्टॉक मौजूद था। रबी विपणन सीजन 2012-13 के लिए 318 लाख टन गेहूं की खरीद का लक्ष्य तय किया है। ऐसे में लगभग यह गेहूं गोदामों में रखने में सरकार को मशक्कत करनी पड़ सकती है।

एफसीआई के पास 29 फरवरी की कुल भंडारण क्षमता 325.91 लाख टन की (कवर और प्लिंथ मिलाकर) है। इसके अलावा राज्य सरकारों के पास भी करीब 225 से 250 लाख टन की भंडारण क्षमता तो है लेकिन केंद्रीय पूल में पहली मार्च को ही 545.52 लाख टन खाद्यान्न मौजूद था जो तय मानकों बफर के मुकाबले कई गुना ज्यादा है।

एफसीआई ने विपणन सीजन 2012-13 के लिए 318 लाख टन गेहूं की खरीद का लक्ष्य तय किया है जबकि पिछले विपणन सीजन 2011-12 में एमएसपी पर 283.4 लाख टन गेहूं की खरीद हुई थी। कृषि मंत्रालय के दूसरे आरंभिक अनुमान के अनुसार चालू रबी में गेहूं का रिकॉर्ड उत्पादन 883.1 लाख टन होने का अनुमान है। वैसे भी चालू विपणन सीजन के लिए सरकार ने गेहूं का एमएसपी 1,285 रुपये प्रति क्विंटल तय किया हुआ है जबकि उत्पादक मंडियों में लीन सीजन के बावजूद गेहूं के दाम 1,200 से 1,250 रुपये प्रति क्विंटल है।

ऐसे में गेहूं की सरकारी खरीद तय लक्ष्य से भी ज्यादा होने का अनुमान है। मध्य प्रदेश और राजस्थान की सरकारें गेहूं की खरीद पर किसानों को 100 रुपये प्रति क्विंटल का बोनस भी देंगी। मध्य प्रदेश और राजस्थान से गेहूं की खरीद शुरू हो गई है जबकि पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश से खरीद चालू सप्ताह में शुरू हो जाएगी।

सरकार ने 2009 में 152 लाख टन की अतिरिक्त भंडारण क्षमता तैयार करने की योजना बनाई थी। इसमें से अभी तक केवल पांच लाख टन की नई भंडारण क्षमता तैयार हो पाई हैं। खाद्य मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि एचएलसी 29 फरवरी तक 89 लाख टन की अतिरिक्त भंडारण क्षमता को मंजूरी दे चुकी है। इसके अलावा पूर्वोत्तर राज्यों में भी 5.40 लाख टन की भंडारण क्षमता तैयार की जानी है।

बफर मानकों के अनुसार पहली अप्रैल को केंद्रीय पूल में 40 लाख टन गेहूं और 122 लाख टन चावल का स्टॉक होना चाहिए। इसके अलावा 20 लाख टन चावल और 30 लाख टन गेहूं के रिजर्व स्टॉक होना चाहिए। कुल मिलाकर एक अप्रैल को 212 लाख टन खाद्यान्न का स्टॉक होना चाहिए। जबकि केंद्रीय पूल में पहली मार्च को 545.52 लाख टन खाद्यान्न का स्टॉक मौजूद था। इसमें 331.58 लाख टन चावल और 212.55 लाख टन गेहूं का स्टॉक था। (Business Bhaskar....R S Rana)

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