कुल पेज दृश्य

03 अप्रैल 2012

अमूल दूध में जल्द आएगा उफान

बढ़ती महंगाई के बीच भारतीय गृहिणियों को रोजाना की दूध की जरूरतों पर अब कुछ ज्यादा रकम खर्च करनी होगी। अमूल ब्रांड के नाम से दूध बेचने वाला
गुजरात कोऑपरेटिव मिल्क मार्केटिंग फेडरेशन लिमिटेड (जीसीएमएमएफ) जल्द ही दूध की कीमतों में 5 से 7 फीसदी का इजाफा करने वाला है। जीसीएमएमएफ के आला अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी। जीसीएमएमएफ के प्रबंध निदेशक आर एस सोढ़ी ने कहा - 'महंगाई के चलते किसानों की लागत बढ़ गई है। ऐसे में डेयरी उद्योग में किसानों की दिलचस्पी बनाए रखने के लिए हमें कीमतें बढ़ानी पड़ेगी। हालांकि कीमतों में बढ़ोतरी पिछले साल की तरह नहीं होगी। इस महीने किसी भी समय हम दूध की कीमतें 5 से 7 फीसदी बढ़ा सकते हैं।'
कीमतों में बढ़ोतरी का प्रभाव जीसीएमएमएफ द्वारा बेची जाने वाली दूध की सभी किस्मों पर करीब 2 रुपये प्रति लीटर का होगा और बढ़ोतरी का असर मुंबई, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान और दिल्ली में नजर आएगा। सोढ़ी ने कहा - केंद्रीय बजट में उत्पाद शुल्क में बढ़ोतरी से हमारे दो उत्पादों आइसक्रीम और मिल्क पाउडर पर असर पड़ेगा। इससे हमारी पैकिंग मेटीरियल की लागत भी बढ़ जाएगी। लेकिन हमने लिक्विड मिल्क में लिए अब तक शुल्क बढ़ोतरी को समाहित कर लिया है।
सोमवार को अहमदाबाद में जीसीएमएमएफ के उत्पाद अमूल प्रो पेश करते हुए सोढ़ी ने कहा - पिछले साल खरीद कीमतों में 11 फीसदी की बढ़ोतरी हुई थी, वहीं इस साल हम किसानों को 14-15 फीसदी ज्यादा कीमतें देंगे।
सोढ़ी के मुताबिक, खास तौर से गुजरात से दूध की खरीद में इजाफा होगा। उन्होंने कहा कि अमूल को गुजरात से करीब 40 फीसदी ज्यादा दूध मिलने जा रहा है और इस साल हमारी खरीद 144 लाख लीटर रोजाना के उच्चस्तर पर पहुंच गई है जबकि पिछले साल 120 लाख लीटर रोजाना दूध की खरीद हो रही थी। किसानों को ज्यादा कीमत मिलने की वजह से खरीद में बढ़ोतरी हुई। उन्होंने कहा कि कुल खरीद के 70 फीसदी हिस्से का इस्तेमाल लिक्विड मिल्क के लिए किया गया जबकि 30 फीसदी वैल्यू ऐडेड उत्पादों के लिए।
मौजूदा समय में जीसीएमएमएफ भैंस के दूध के लिए 32 रुपये प्रति लीटर का भुगतान करता है जबकि गाय के दूध के लिए 21-22 रुपये प्रति लीटर। सोढ़ी ने कहा - देश भर में हम सबसे ज्यादा कीमत चुकाते हैं और यही वजह है कि जीसीएमएमएफ के सदस्य किसानों की संख्या 31 लाख हो गई है।
उन्होंने कहा कि बिक्री के अनुमान को देखते हुए वित्त वर्ष 2011-12 में जीसीएमएमएफ का कुल कारोबार 11600 करोड़ रुपये पर पहुंच जाएगा। उन्होंने कहा कि साल दर साल के हिसाब से कारोबार में करीब 20 फीसदी की बढ़ोतरी हुई, हालांकि यह पहले के अनुमान 12,000 करोड़ रुपये से कम है। उन्होंने कहा कि हमें पिछले साल के मुकाबले बिक्री में 30 फीसदी की बढ़ोतरी का अनुमान था, लेकिन बिक्री में इस साल दीवाली के बाद से ही बढ़ोतरी हुई। (BS Hindi)

कोई टिप्पणी नहीं: