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30 जून 2012

आम आदमी की पहुंच से दूर हो रहा है केला

आम लोगों की पसंद और पहुंच में रहने वाले केले का स्वाद भी महंगाई में बिगड़ रहा है। हालांकि थोक बाजार में केला सस्ता है, लेकिन मांग बढऩे और आवक घटने के कारण खुदरा बाजार में महीने भर के अंदर इसके खुदरा भाव करीब दोगुने गए हैं। महीने भर पहले 25-30 रुपये प्रति दर्जन बिकने वाला केला इस वक्त मुंबई में 40-50 रुपये प्रति दर्जन बिक रहा है। खुदरा कारोबारी बता रहे हैं कि देसी केले की मांग अब विदेश में भी बढ़ रही है, जिससे यहां के बाजारों में आपूर्ति कम है और दाम बढ़ रहे हैं। हालांकि यह तर्क भी गले नहीं उतर रहा है क्योंकि थोक बाजार में केला सस्ता है। इस महीने की शुरुआत में वाशी थोक मंडी में केला 1,000 से 1,200 रुपये प्रति क्विंटल था, जो अब 800-1,000 रुपये प्रति क्विंटल रह गया है। कारोबारियों के मुताबिक बारिश शुरू होने की वजह से माल का ज्यादा भंडारण नहीं हो सकता, इसलिए फटाफट बिक्री हो रही है और दाम गिर गए हैं। दिल्ली में आजादपुर केला ट्रेडर्स मर्चेंट एसोसिएशन के अध्यक्ष रमेश बसंदानी ने बताया कि मंडी में आजकल 20 से 25 ट्रक (1 ट्रक में 160 क्विंटल केला) केला आ रहा है। उत्तर प्रदेश से आम की आवक शुरू होने से भी केले की मांग कम हुई है। इसलिए केले का थोक भाव 1,000-1,400 रुपये से घटकर 900-1,200 रुपये प्रति क्विंटल रह गया है। लेकिन खुदरा भाव यहां भी 40 रुपये दर्जन चल रहा है, जो महीने भर पहले 30 रुपये ही था। केला कारोबारी रामसिंह यादव ने बताया कि पाकिस्तान में भारतीय केला 200 रुपये दर्जन बिकने और उसकी मांग बहुत ज्यादा होने की खबरें पिछले दिनों आईं। आंधी-तूफान में केले की फसल बर्बाद होने की खबरें भी मिलीं, जिसकी वजह से थोक मंडी और खुदरा कारोबारियों के बीच बिचौलिये का काम करने वालों ने दाम बढ़ा दिए। मुंबई के लोखंडवाला जैसे इलाकों में तो केला 60 रुपये प्रति दर्जन मिल रहा है। (BS Hindi)

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