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04 जुलाई 2012

मिल्क पाउडर निर्यात बढ़ाने पर जोर

नई दिल्ली केंद्रीय कृषि मंत्री शरद पवार ने स्किम्ड मिल्क पाउडर (एसएमपी) के निर्यात में तेजी लाने की जरूरत बताई है। उन्होंने कहा कि स्टॉक में रखा मिल्क पाउडर जल्दी निर्यात नहीं किया गया तो यह खरीद हो सकता है। पिछले माह सरकार ने देश में आवश्यकता से ज्यादा स्टॉक और डेयरी कंपनियों की खस्ता हाल वित्तीय स्थिति को देखते हुए मिल्क पाउडर के निर्यात की मंजूरी दे दी थी। चारे की कमी के कारण देश में दूध के उत्पादन पर असर के बारे में पूछे गए एक सवाल पर पवार ने संवाददाताओं को बताया कि दूध की पर्याप्त उपलब्धता अच्छी बात है लेकिन इस समय देश में आवश्यकता से ज्यादा स्टॉक का दबाव है। हमारे पास एक साल की खपत के लिए मिल्क पाउडर उपलब्ध है। इसे खराब होने से बचाने के लिए जल्दी निर्यात किया जाना चाहिए। मिल्क पाउडर का मूल्य घरेलू बाजार में पिछले साल के 190-200 रुपये प्रति किलो से घटकर 150 रुपये प्रति किलो रह गया है। निर्यात की अनुमति दिए जाने के बावजूद इसका शिपमेंट अभी काफी धीमा है। भारत दूध उत्पादन में दुनिया का सबसे बड़ा देश है। वर्ष 2011 में देश में 12 करोड़ टन दूध का उत्पादन होने का अनुमान है। (Business Bhaskar)

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