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23 अगस्त 2012

जिंस वायदा कारोबार में 20 फीसदी का इजाफा

जिंस वायदा बाजारों में चालू वित्त वर्ष के पहले तीन माह (जनवरी-मार्च 2012) के दौरान कारोबार एक साल पहले की तुलना में 20 प्रतिशत बढ़कर 44.03 लाख करोड़ रुपये रहा। वायदा बाजार आयोग (एफएमसी) के अनुसार, सोने और चांदी की अगुवाई में जिंसों के वायदा कारोबार में इजाफा हुआ है। एफएमसी के ताजा बुलेटिन में कहा गया है, 'जनवरी से मार्च के दौरान जिंस बाजारों का कारोबार 44.03 लाख करोड़ रुपये रहा है, जो पिछले साल इसी अवधि में 36.78 लाख करोड़ रुपये रहा था।' इस दौरान सबसे ज्यादा कारोबार सर्राफा में हुआ। तिमाही के दौरान सर्राफा का वायदा कारोबार 21.45 लाख करोड़ रुपये रहा। सर्राफा का कारोबार मुख्य रूप से देश के प्रमुख जिंस एक्सचेंज एमसीएक्स में होता है। समीक्षाधीन अवधि में सोने का वायदा कारोबार 9.29 लाख करोड़ रुपये तथा चांदी का 11.64 लाख करोड़ रुपये रहा। एफएमसी के आंकड़ों के अनुसार, 21 अन्य जिंस एक्सचेंजों में अन्य धातुओं का कारोबार इस अवधि में 8.54 लाख करोड़ रुपये रहा। वहीं कृषि उत्पादों का वायदा कारोबार 7.24 लाख करोड़ रुपये तथा ऊर्जा का 6.80 लाख करोड़ रुपये रहा। जिंस एक्सचेंजों का नियमन करने वाले वायदा बाजार आयोग का कहना है कि पांच राष्ट्रीय स्तर के एक्सचेंजों एमसीएक्स, एनसीडीईएक्स, एनएमसीई, आईसीईएक्स तथा एस ने इस दौरान कुल 43.87 लाख करोड़ रुपये का कारोबार किया, जबकि शेष 16 एक्सचेंजों का कारोबार 16,000 करोड़ रुपए रहा। नियामक ने कहा कि उसने एक्सचेजों को 2012 के पहले तीन माह में 54 जिंसों (कृषि और गैर कृषि दोनों) के अनुबंधों की अनुमति दी थी। (BS Hindi)

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