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07 अगस्त 2012

एफएओ ने घटाया धान का उत्पादन अनुमान

देश में कमजोर मॉनसून को देखते हुए खाद्य एवं कृषि संगठन ने साल 2012 के लिए धान के उत्पादन अनुमान में 78 लाख टन की कटौती कर इसे 72.45 करोड़ टन कर दिया है। अप्रैल में एफएओ ने मौजूदा वर्ष में वैश्विक स्तर पर 73.23 करोड़ टन धान उत्पादन की भविष्यवाणी की थी। साल 2011 में विश्व में 71.3 करोड़ टन धान का उत्पादन हुआ था। इसमें कहा गया है कि एशिया में बिगड़ते हालात के चलते एफएओ ने धान के वैश्विक उत्पादन के मामले में अप्रैल की भविष्यवाणी मेंं 78 लाख टन की कटौती कर दी है। उत्पादन अनुमान में कटौती मुख्य रूप से भारत में मॉनसून की कमजोर स्थिति को देखते हुए की गई है, जहां मध्य जुलाई में मॉनसून की बारिश लंबी अवधि के औसत के मुकाबले 22 फीसदी कम रही है। धान का वैश्विक उत्पादन 72.45 करोड़ टन रहने की संभावना है जबकि अप्रैल में 73.23 करोड़ टन उत्पादन का अनुमान था। उत्पादन अनुमान में कटौती कंबोडिया, कोरिया गणराज्य और नेपाल के लिए भी गई है, जहां साल 2012 में उत्पादन में गिरावट आ सकती है। भारतीय मौसम विभाग के मुताबिक मौजूदा मॉनसून सीजन में देश में बारिश सामान्य से 18 फीसदी कम रही है, लिहाजा खरीफ की प्रमुख फसलों धान, दलहन और तिलहन की बुआई पर असर पड़ा है। देश में धान का रकबा अब तक 10 फीसदी घटकर 233.68 लाख हेक्टेयर रहा है जबकि पिछले साल की समान अवधि में यह 258.6 लाख हेक्टेयर रहा था। साल 2011-12 के फसल विपणन वर्ष में देश में 959.9 लाख टन धान का उत्पादन हुआ था। हालांकि एफएओ ने पाया है कि 2012 के लिए चीन, इंडोनेशिया, तंजानिया, थाईलैंड और अमेरिका में उत्पादन बढऩे की संभावना है। (B S Hindi)

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