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27 अगस्त 2012

हल्दी के न्यूनतम दाम तय करने पर होगा विचार

केंद्र सरकार ने कहा है कि वह हल्दी के न्यूनतम दाम तय करने पर विचार करेगी। हल्दी के दामों में भारी गिरावट के चलते उत्पादकों को हो रही दिक्कतों को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है। केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री चरण दास महंत कहा कि हल्दी उत्पादकों की तरफ से एक याचिका दी गई है जिसमें हल्दी के दामों को न्यूनतम 9 हजार रुपये प्रति क्विंटल तय करने की अपील की गई है। इस बारे में जल्दी ही कृषि मंत्री शरद सकारात्मक जवाब देंगे। उन्होंने कहा कि वे हल्दी उत्पादकों की चिंता से अवगत हैं और इस बारे में मसाला बोर्ड, कृषि विभाग सहित रिसर्च संस्थानों के विशेषज्ञों से हल्दी के दामों के बारे में चर्चा भी कर चुके हैं। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार एक ऐसी संस्था बनाने पर विचार कर रही है जो किसानों की समस्याओं का स्थाई रूप से समाधान करने में सहायक हो। दो साल पहले हल्दी के दाम 17 हजार रुपये प्रति क्विंटल के स्तर पर पहुंच गए थे जो जून से पहले गिरकर 3.5 हजार रुपये प्रति क्विंटल के स्तर पर आ गए थे और अब 6.4 हजार रुपये प्रति क्विंटल के स्तर पर चल रहे हैं। हाल ही में किसान संगठनों के प्रतिनिधियों ने मंत्री को एक याचिका दी थी जिसमें कहा गया था कि हल्दी के दाम 9 हजार रुपये प्रति क्विंटल से कम तर्कसंगत नहीं हैं। एमडीएमके के महासचिव वाइको ने कहा कि इस मामले में किसानों को एकजुटता दिखाने की जरूरत है क्योंकि वर्तमान कीमतें सही नहीं हैं और इससे किसानों को नुकसान उठाना पड़ रहा है। हालांकि फेडरेशन की तरफ से किसानों से अपील की जा रही है कि वे 9 रुपये प्रति क्विंटल के कम दामों में अपनी फसल को ना बेचे। (Business Bhaskar)

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