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01 सितंबर 2012

कमोडिटी एक्सचेंजों में मिलेगी ईएफपी की सुविधा

कमोडिटी एक्सचेंजों में निवेशकों के लिए वायदा बाजार आयोग (एफएमसी) ने एक्सचेंज फ्यूचर फॉर फिजीकल (ईएफपी) की सुविधा जारी की है। इससे हाजिर में ट्रेडिंग करने वालों के साथ ही प्रोसेसर्स को सौदे करने और अपनी आवश्यकता के मुताबिक डिलीवरी लेने की सुविधा मिलेगी। एनसीडीईएक्स के चीफ बिजनेस ऑफिसर विजय कुमार ने बिजनेस भास्कर को बताया कि एफएमसी ने एग्री कमोडिटी में ट्रेड करने वाले निवेशकों के लिए ईएफपी की सुविधा को मंजूरी दे दी है। हालांकि अभी यह सुविधा सोने, चांदी, चना, चीनी, गेहूं और कपास में ट्रेडिंग करने वाले निवेशकों को ही मिलेगी। लेकिन आगामी दिनों में जिंसों की संख्या में और बढ़ोतरी किए जाने की संभावना है। ईएफपी की सुविधा का सबसे ज्यादा फायदा हाजिर में ट्रेडिंग करने वाले के साथ ही प्रोसेसर्स को होगा। इसमें ट्रेडर्स को अगर हाजिर बाजार में घाटा हो रहा है तो वह वायदा बाजार में उसी कमोडिटी की रिवर्स पोजीशन ले सकता है। इसके अलावा खरीददार और बिकवाल आपस में अगले तीन से छह महीने का डिलीवरी एग्रीमेंट भी कर सकते हैं। इसमें सौदे की डिलीवरी खरीददार की फैक्ट्री में देने की भी सुविधा होगी। इससे जिंस एक्सचेंजों पर डिफॉल्टर होने वाले सौदों में कमी आएगी, साथ ही खरीददार और बिकवाल को कीमतों में होने वाले उतार-चढ़ाव का रिस्क भी कम हो जाएगा। उन्होंने बताया कि एक्सचेंज दैनिक आधार पर होने सौदों का एम-टू-एम बिकवाल से लेकर खरीददार के खाते में डालते रहेंगे, जो दैनिक आधार पर होगा। (Business Bahskar....R S Rana)

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