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13 अक्तूबर 2012

सोयाबीन व रिफाइंड सोया में ओपन इंटरेस्ट बहाल

वायदा बाजार आयोग ने दो कृषि जिंसों में ओपन इंटरेस्ट में की गई कटौती को समाप्त करते हुए इसकी सीमा पहले की तरह बहाल कर दिया है और यह 10 अक्टूबर से लागू हो गया है। एफएमसी ने चार कृषि जिंसों में ओपन इंटरेस्ट की सीमा में कटौती की थी। सोयाबीन, रिफाइंड सोया तेल, चना और रैपसीड-सरसों में उतारचढ़ाव कम करने के लिए बाजार नियामक ने क्लाइंट व सदस्यों के लिए ओपन इंटरेस्ट की सीमा में कटौती कर दी थी। साथ ही एफएमसी ने इन जिंसों में कारोबारियों के लिए अधिकतम सौदे की सीमा तय कर दी थी। ओपन इंटरेस्ट वह मात्रा होती है, जो एक कारोबारी भविष्य के लिए अपने खाते में होल्ड कर सकता है। एक ओर जहां क्लाइंट के स्तर पर सोयाबीन व रिफाइंड सोया तेल में ओपन इंटरेस्ट 10 अप्रैल को घटाकर 20,000 टन व 17,000 टन कर दिया गया था जबकि पहले यह क्रमश: 30,000 टन व 25,000 टन था। निकट माह के अनुबंध के लिए यह घटाकर 5400 वन 4000 टन कर दिया गया था जबकि पहले यह क्रमश: 8000 व 6000 टन था। सदस्य के लिहाज से सभी अनुबंधों में ओपन इंटरेस्ट की सीमा सोयाबीन में 1.50 लाख टन कर दी गई है जबकि सोया तेल अनुबंध में यह 1.25 लाख टन कर दी गई है। एफएमसी ने इसे घटाकर क्रमश: 1 लाख टन व 85,000 टन कर दिया था। एस डेरिवेटिव ऐंड कमोडिटी एक्सचेंज के सीईओ दिलीप भाटिया ने कहा, ओपन इंटरेस्ट में बढ़ोतरी से बाजार में और ज्यादा गहराई देखने को मिलेगी जहां कारोबारी और ज्यादा मात्रा की हेजिंग कर पाएंगे। स्पष्ट तौर पर एफएमसी ने चना व आरएम सीड पर ओपन इंटरेस्ट की पूर्वस्थिति बहाल नहीं की है क्योंकि अभी इसकी बुआई चालू है। (BS Hindi)

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